RUHS में बेड दिलवाने के लिए मांग रहे थे घूस, ACB ने दबोचा

जयपुर  

प्रदेश के सबसे बड़े कोविड डेडिकेटेड हॉस्पिटल RUHS में  जरूरतमंद कोरोना पेशेंट को बेड दिलवाने की एवज में घूस मांगने पर ACB ने एक दलाल सहित दो जनों को दबोच लिया। इनसे घूस की राशि भी बरामद कर ली गई है। कोरोना पेशेंट को बेड दिलवाने की एवज में एक इलेक्ट्रीशियन एक दलाल के मार्फत घूस वसूल रहा था। एसीबी टीम ने बोगस ग्राहक बनकर इन दोनों को रंगे हाथों दबोचा। एसीबी को कई दिनों से शिकायतें मिल रही थी कि RUHS में मोटी रकम लेकर बेड दिलवाने वाला गिरोह सक्रिय है। इसके बाद यह कार्रवाई की गई। उनके साथ और कौन लोग वहां सक्रिय है। इस संबंध में जाँच की जा रही है।

एसीबी के डीजी बीएल सोनी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी करौली का रहने वाला ओमवीर है। वह RUHS में संविदा पर कार्यरत इलेक्ट्रीशियन है। जबकि दलाली कर रहा दूसरा आरोपी पवन है। उन्होंने बताया कि ACB के एडिशनल एसपी बजरंग सिंह शेखावत के नेतृत्व में गठित टीम के सदस्य बोगस ग्राहक बनकर RUHS पहुंचे। वहां कोरोना पेशेंट के लिए बेड की जरुरत बताते हुए संदिग्धों से मिले।

2 हजार रुपए ऑक्सीजन और बेड के मांग रहे थे 30 हजार
ACB टीम के सदस्य जब इनके पास बोगस ग्राहक बनकर पहुंचे तो इन अभियुक्तों में से करौली निवासी इलेक्ट्रीशियन ओमवीर ने अपने साथी पवन के मार्फत कोरोना पेशेंट को सामान्य बेड दिलवाने के लिए 30 हजार रुपए और दो हजार रुपए रोजाना अतिरिक्त ऑक्सीजन की व्यवस्था करने के लिए मांगे। इस पर एसीबी की टीम ने 10 हजार रुपए एडवांस दे कर  सौदा तय किया। इसके बाद ओमवीर और पवन को एसीबी ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

RUHS में घूस का दूसरा केस 
RUHS में घूस का यह दूसरा केस ACB ने पकड़ा है। पिछले दिनों एसीबी द्वारा मानसरोवर के मेट्रो मास अस्पताल में एक कंपाउंडर को मरीज के परिजनों से आरयूएचएस में बेड दिलाने के नाम पर 23 हजार रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए गिरफ्तार किया गया था।




 

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