समायोजित शिक्षाकर्मी 10 फरवरी से करेंगे आमरण अनशन, पुरानी पेंशन स्कीम का लाभ देने की कर रहे हैं मांग

सीकर 

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सरकारी सेवा में समायोजित शिक्षाकर्मियों का प्रदेशव्यापी आंदोलन राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविन्द डोटासरा के गृह जिले सीकर में जारी है। दस फरवरी से आमरण अनशन शुरू करने की घोषणा की गई है। समायोजित शिक्षाकर्मी पुरानी पेंशन स्कीम का लाभ देने की मांग कर रहे हैं।

इस आंदोलन के तहत आठ फरवरी को अनशन के दसवें दिन समायोजित शिक्षाकर्मी संघ के प्रदेशाध्यक्ष सरदार सिंह बुगालिया के नेतृत्व में  प्रदेश महामंत्री शिवशंकर नागदा प्रदेश उपसभाध्यक्ष यथार्थ खींची, प्रदेश संयोजक अजय पंवार, डॉ. जितेन्द्र सिंह चूण्डावत की अगुवाई में उदयपुर एवं राजसमन्द जिले से शिवराज छिंपा, नरेन्द्र सिसोदिया रामप्रसाद बागड़, सत्यनारायण पुरोहित, ओमप्रकाश सारण, जगदीश गुप्ता, लहर सिंह देवड़ा, हरी प्रसाद पुरोहित, भैरू लाल नाई, ओमप्रकाश शर्मा, पुरूषोतम पारासर, हरीश चन्द्र शर्मा, महेश चन्द्र झाला, संतोष कुमार रोहिला, दिनेश चन्द पुरोहित, सर्वोतम शर्मा जगदीश प्रसाद यूरिया, श्याम बिहारी मिश्रा, सुधीर नारायण कौशिक, मुबारक अली सहित 21 शिक्षक अनशन पर बैठे। 

सीकर जिला उपाध्यक्ष सुधीर नारायण कौशिक ने बताया कि समय रहते यदि सरकार ने हमारी न्योचित मांग नहीं मानी तो 10 फरवरी से क्रमिक अनशन को आमरण अनशन में बदला जाएगा तथा विधानसभा का भी घेराव किया जाएगा। प्रतिदिन दो जिलों से 11 शिक्षाकर्मी व उनके सहयोग के लिए अन्य साथी क्रमिक अनशन पर बैठेंगे।





 

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