नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक मार्च को कोरोना की वह वैक्सीन लगवा ली जिस पर विपक्ष सवाल खड़े कर रहा था। उन्हें भारत बायोटेक की कोवैक्सिन का डोज दिया गया। AIIMS में पीएम मोदी को सिस्टर पी निवेदा ने वैक्सीन लगवाई। सिस्टर निवेदा पुडुचेरी से आती हैं। तस्वीर में जो दूसरी नर्स नजर आ रही हैं, वह केरल से हैं। प्रधानमंत्री ने वैक्सीन लगवाने के वक्त की मुस्कुराती हुई फोटो सोशल मीडिया पर भी शेयर की। इसके जरिए उन्होंने वैक्सीन को लेकर आम लोगों के मन की शंकाएं दूर करने की कोशिश की। पीएम मोदी ने जो तस्वीर शेयर की है, उसमें वह मुस्कुराते हुए टीका लगवा रहे हैं। मोदी को वैक्सीन की पहली डोज दी गई है। दूसरी डोज 28 दिन बाद दी जाएगी। मोदी ने विपक्ष के उन नेताओं को भी संदेश दिया, जिन्होंने वैक्सीनेशन की मंजूरी के प्रोसेस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी सवाल उठाए थे।
सिस्टर से क्या पूछा मोदी ने
मोदी सोमवार सुबह असम का गमछा गले में डालकर दिल्ली AIIMS पहुंचे। वह पहले भी कई मौकों पर ऐसा गमछा पहने नजर आ चुके हैं। यहां पुडुचेरी की सिस्टर पी निवेदा ने मोदी को टीका लगाया, इस दौरान केरल की सिस्टर रोसम्मा अनिल पास में खड़ी थीं। यह भी संयोग है कि केरल, पुडुचेरी और असम में मार्च-अप्रैल में चुनाव होने हैं।
सिस्टर पी निवेदा ने बाद में मीडिया को बताया कि प्रधानमंत्री ने टीका लगवाने के बाद कहा, ‘पीएम ने हमसे पूछा कि हम कहां से हैं और टीकाकरण के बाद उन्होंने कहा, ‘लगा भी दी, पता ही नहीं चला।’
अचानक पहुंचे AIIMS
मोदी के वैक्सीन लगवाने के शेड्यूल की जानकारी भी पहले से नहीं दी गई, बल्कि प्रधानमंत्री ने अचानक AIIMS पहुंचकर लोगों को चौंका दिया। मोदी ने AIIMS तक पहुंचने के लिए कोई रूट तय नहीं किया और सुबह का वक्त चुना, ताकि उनके काफिले की वजह से आम लोगों को परेशानी नहीं हो।
पीएम मोदी ने आज ही क्यों लगवाई वैक्सीन?
आज से 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को टीका लगने की शुरुआत हो रही है। प्रधानमंत्री मोदी 70 साल के हैं और वे अब टीका लगवाने के योग्य हैं। इससे पहले तक, हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कस को टीका लग रहा था। भारत में पिछले महीने जब टीकाकरण अभियान शुरू हुआ था, तब विपक्षी दलों ने सवाल उठाया था कि पीएम खुद वैक्सीन क्यों नहीं लगवा रहे हैं। मोदी ने अपनी बारी आने का इंतजार किया और फिर टीका लगवाया।
कोरोना वैक्सीनेशन का पहला फेज शुरू होने के बाद विपक्ष के कुछ लोगों ने वैक्सीन पर सवाल उठाते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री को सबसे पहले खुद वैक्सीन लगवानी चाहिए थी। विपक्ष का कहना था कि भारत बायोटेक की कोवैक्सिन के फेज-3 के ट्रायल के रिजल्ट आने से पहले ही इमरजेंसी इस्तेमाल का अप्रूवल दे दिया गया, यह गलत है। विपक्ष ने कहा था कि अगर वैक्सीन इतनी ही भरोसेमंद है, तो सरकार से जुड़े लोग इसका डोज क्यों नहीं लगवा रहे? AIIMS में भारत बायोटेक की बनाई Covaxin की खेप भेजी गई है। पीएम मोदी को भी इसी वैक्सीन का शॉट दिया गया है। बहुत सारे लोगों ने Covaxin को इमर्जेंसी यूज अप्रूवल दिए जाने पर सवाल खड़े किए थे। पीएम मोदी ने खुद यही वैक्सीन लेकर एक तरह से उन सवालों का जवाब देने की कोशिश की है।
पीएम मोदी के टीका लगवाने से क्या संदेश?
पीएम मोदी ने ऐसे वक्त में वैक्सीन लगवाई है, जब देश में कोविड के मामले फिर से बढ़ रहे हैं। साथ ही वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में अब भी काफी हिचक है, खासकर कोवैक्सीन को लेकर। ऐसे में पीएम मोदी ने टीका लगवाकर यह संदेश देने की कोशिश की है कि कोवैक्सीन सेफ है। इससे जनता के बीच टीके की स्वीकार्यता बढ़ेगी। मोदी ने सोशल मीडिया पर फोटो शेयर करते हुए लिखा, ‘कोरोना के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत करने में हमारे डॉक्टर और वैज्ञानिकों ने जिस तेजी से काम किया वह असाधारण है। मैं सभी योग्य लोगों से अपील करता हूं कि वे वैक्सीन लगवाएं। हमें साथ मिलकर देश को कोरोना मुक्त बनाना है।’
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