कुन्नूर
तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार आठ दिसम्बर को भारतीय सेना का सबसे दुखद और सबसे बड़ा और सबसे भयानक हदसा हो गया सेना के एक हेलिकॉप्टर क्रैश में गया। देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, यानी CDS जनरल बिपिन रावत की मौत हो गई।मधुलिका रावत समेत सेना के 14 लोग सवार थे। हादसे में उनकी पत्नी सहित तरह लोगों की भी मौत हो गई। घने जंगलों में हुए इस हादसे के बाद हेलिकॉप्टर में आग लग गई।
दोपहर करीब 12 बजकर 20 मिनट पर उनका हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। उसमें जनरल रावत की पत्नी इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई है। रक्षा सूत्रों के मुताबिक जनरल रावत की मौत की खबर की पुष्टि के बाद प्रधानमंत्री ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी, यानी CCS की शाम 6.30 बजे बैठक बुलाई है। इसके बाद मौत की औपचारिक घोषणा की जा सकती है।
वायुसेना ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। भारतीय सैन्य इतिहास में यह पहला भयंकर हादसा है।
हादसे के करीब एक घंटे बाद यह जानकारी दी गई कि जनरल रावत को अस्पताल ले जाया गया है, हालांकि उनकी स्थिति क्या है, इस बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि जनरल बिपिन रावत गंभीर रूप से घायल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस हादसे की जानकारी दे दी गई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुरूवार को हादसे के बारे में संसद में बयान देंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जनरल रावत के दिल्ली स्थित घर उनके परिवार से मिलने पहुंचे।
बताया जा रहा है कि खराब मौसम की वजह से ये हादसा हुआ है। इस हेलिकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और उनकी पत्नी सवार थे। रेस्क्यू किए गए लोगों को को वेलिंग्टन बेस में इलाज के लिए ले जाया गया है। चौथे शख्स की तलाश जारी है।
An IAF Mi-17V5 helicopter, with CDS Gen Bipin Rawat on board, met with an accident today near Coonoor, Tamil Nadu.
— Indian Air Force (@IAF_MCC) December 8, 2021
An Inquiry has been ordered to ascertain the cause of the accident.
शुरुआती जानकारी के मुताबिक, सीडीएस बिपिन रावत अपनी पत्नी के साथ वेलिंगटन में एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। वेलिंग्टन में आर्म्ड फोर्सेज का कॉलेज है। यहां सीडीएस रावत को लेक्चर था। वे यहां से लौटकर कुन्नूर आ रहे थे।
यहां से उन्हें दिल्ली के लिए रवाना होना था। लेकिन घने जंगल में यह हादसा हो गया है। हालांकि, अभी तक आर्मी ने कोई बयान जारी नहीं किया है।
बताया जा रहा है कि इलाका काफी घना है। यहां आसपास चारों ओर पेड़ ही पेड़ हैं। हादसा इतना दर्दनाक था कि चारों तरफ आग की लपटें नजर आ रही हैं। सेना और वायुसेना की टुकड़ियां पुलिस के साथ रेस्क्यू के लिए पहुंच गई हैं। आसपास के इलाके में भी तलाश चलाया जा रहा है।
रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ
जनरल बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ हैं। उन्होंने 1 जनवरी 2020 को यह पद संभाला। रावत 31 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2019 तक सेना प्रमुख के पद पर रहे।
रावत का हेलिकॉप्टर पहले भी क्रैश हुआ था, बच गए थे
जनरल बिपिन रावत एक बार पहले भी हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो चुके हैं। 3 फरवरी 2015 को उनका चीता हेलिकॉप्टर नगालैंड के दीमापुर में क्रैश हुआ था। तब बिपिन रावत लेफ्टिनेंट जनरल थे।
सीडीएस रावत के साथ ये लोग थे सवार
सीडीएस रावत के साथ फ्लाइट से दिल्ली से सुलूर उनकी पत्नी मधुलिका, ब्रिगेडियर लिड्डर, हरजिंदर सिंह (लेफ्टिनेंट कर्नल), एनके गुरसेवक सिंह (पीएसओ), एनके जितेंद्र कुमार (पीएसओ), एलएनके विवेक कुमार, एलएनके बी साई तेजा, हवलदार सतपाल उनके साथ आए थे।
हेलिकॉप्टर सुलूर एयरबेस से वेलिंगटन जा रहा था। हेलिकॉप्टर दोपहर 12:20 बजे तब क्रैश हुआ, जब वह लैंडिंग स्पॉट से महज 10 किलोमीटर दूर था। मौके पर डॉक्टर्स, सेना के अफसर और कोबरा कमांडो की टीम मौजूद है। जो शव बरामद किए गए हैं, उनकी पहचान की कोशिश की जा रही है, क्योंकि ये 85% तक जल गए हैं। कुछ और शव पहाड़ी से नीचे नजर आ रहे हैं। हादसे के जो विजुअल सामने आए हैं, उनमें हेलिकॉप्टर पूरी तरह क्षतिग्रस्त नजर आ रहा है और उसमें आग लगी हुई है।
आग का गोला बन गया था हेलिकॉप्टर
हादसे के एक चश्मदीद ने बताया कि उसे पहले बहुत तेज आवाज सुनाई दी। हेलिकॉप्टर से पेड़ों पर गिरा। इसके बाद उसमें आग लग गई, वो आग का गोला बन गया था। एक और चश्मदीद का कहना है कि उसने जलते हुए लोगों को गिरते देखा।
पिछले महीने भी क्रैश हुआ था MI-17, सभी 12 सवार मारे गए थे
एक महीने के अंदर देश में दूसरा MI-17 हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ है। पिछला चॉपर 19 नवंबर को अरुणाचल प्रदेश में क्रैश हुआ था। उस घटना में चॉपर में सवार सभी 12 लोग मारे गए थे।
ये हेलिकॉप्टर एमआई-सीरीज का था। इसमें सीडीएस बिपिन रावत, उनके कर्मचारी और परिवार के कुछ सदस्य सवार थे। स्थानीय लोग भी रेस्क्यू अभियान में मदद कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि जो शव मिले हैं, वे 80% तक चले हैं. ऐसे में उनकी पहचान नहीं हो पाई है।
(खबर अपडेट होती जा रही है, रिफ्रेश करते रहें )
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