नई दिल्ली
भारत में बनी कोरोना ड्रग 2DG (2-डीऑक्सि-डी-ग्लूकोज) के लॉन्च की डेट फिक्स हो गई है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने यह दवाई बनाई है। फ़िलहाल 2DG के 10,000 पैकेट इमरजेंसी यूज के लिए रिलीज किए गए हैं। इन्हें सोमवार 17 मई से कोरोना के मरीजों को दिया जाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के सोशल मीडिया अकाउंट पर यह जानकारी दी गई। राजनाथ सिंह सोमवार सुबह 10.30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस दवा को लॉन्च करेंगे। स्वास्थ्य मंत्री भी मरीजों को नई दवा देने के मौके पर मौजूद रह सकते हैं।
आपको बता दें कि इस दवा को DRDO के इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड अलाइड साइंसेस (INMAS) ने डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज के साथ मिलकर बनाया है। 2-DG (2-डीऑक्सि-डी-ग्लूकोज) से दुनियाभर के देशों को कोरोना के इलाज के लिए बड़ी उम्मीद जगी है। इसे भारत सरकार ने अभी इमर्जेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी है।
ये भी पढ़ें
- राजस्थान: RAS अफसर पर 39 लाख की देनदारी के बाद आर्किटेक्ट की खुदकुशी, सुसाइड नोट में लिखा – ‘जहर के पैसे नहीं बचे थे, RAS बोली- आज ही मर जा’
- जयपुर में सनसनी: महिला से छेड़छाड़ के बाद भीड़ ने पकड़ा, युवक ने बीच सड़क खुद का गला रेत लिया, देखते रह गए लोग
- टैरिफ वॉर में अमेरिका की चाल — भारत को चाहिए अपना हित साधने की रणनीति: स्वदेशी जागरण मंच
- आठवें वेतन आयोग के विरुद्ध राजस्थान पेंशनर समाज की हुंकार, दौसा में बनी संघर्ष समिति — सदस्यता अभियान भी हुआ तेज
- Rajasthan News: PNB की तिजोरी से उड़ाए लाखों, कैमरे में कैद हुआ बैंककर्मी, पुलिस में केस दर्ज
- 2 बजे उड़ जाएगा बैंक! PNB को धमकी से दहशत, बम की तलाश में खंगाली गई इमारतें | दो संदिग्धों पर शक की सुई
- ‘जज सुपर संसद बनेंगे और राष्ट्रपति को निर्देश देंगे?’- उपराष्ट्रपति का न्यायपालिका पर तीखा वार
- भरतपुर में क्रिकेट प्रतिभाओं की नई उड़ान: नि:शुल्क ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर का भव्य शुभारंभ
- भरतपुर में बाल विवाह की रोकथाम को लेकर हुआ जागरूकता कार्यक्रम
- ‘कातिल हसीनाओं’ का नया चैप्टर: प्रेमी संग मिलकर पति की हत्या, शव के नीचे छोड़ा ज़हरीला सांप
ऐसे काम करती है 2-DG दवा
कोरोना वायरस अपनी ऐनर्जी के लिए मरीज के शरीर से ग्लूकोज लेते हैं। वहीं यह दवा केवल संक्रमित कोशिकाओं में जमा हो जाती है। कोरोना वायरस ग्लूकोज के धोखे में इस दवा का इस्तेमाल करने लगते हैं। इस तरह वायरस को एनर्जी मिलना बंद हो जाती है और उनका वायरल सिंथेसिस बंद हो जाता है। यानी नए वायरस बनना बंद जाते हैं और बाकी वायरस भी मर जाते हैं। आम ग्लूकोज की तरह यह दवा सैशे (पाउच) में पाउडर के रूप में मिलेगी। इसे पानी में मिलाकर मुंह से ही मरीज को देना होगा। दवा की डोज और समय डॉक्टर मरीज की उम्र, मेडिकल कंडीशन आदि की जांच करके ही करेंगे। DRDO के वैज्ञानिकों ने बिना डॉक्टरी सलाह, कोरोना से बचने के नाम पर या ज्यादा मात्रा में यह दवा न लेने की चेतावनी भी दी है।