बैंक यूनियानों की मांग, वर्किंग डेज और काम के घंटे घटाए सरकार

नई दिल्ली 

देशभर में कोविड-19 वायरस के संक्रमण में तेज उछाल के बीच बैंक कर्मचारियों की चिंताएं बढ़ गई हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि कोविड-19 वायरस के संक्रमण में तेजी को देखते हुए बैंक कर्मचारियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। इसे लेकर बैंक यूनियनों ने वित्त मंत्रालय को एक चिट्ठी भी लिखी है और मांग की है कि बैंकों के कार्य दिवसों में कमी के जाए और शाखाओं को न्यूनतम कर्मचारियों के साथ काम करने की अनुमति जैसे उपाय किए जाएं। पिछले साल भी ऐसा ही किया गया था। यूनियन ने बैंककर्मियों को प्राथमिकता के आधार पर टीका लगाने की भी मांग की है।

बैंक शाखाएं संभावित हॉट स्पॉट
नौ यूनियनों के संगठन यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (UFBU) ने वित्तीय सेवा विभाग के सचिव देवाशीष पांडा को दिए ज्ञापन में कहा कि सभी बैंक शाखाएं और प्रतिष्ठान संक्रमण के प्रसार का संभावित ‘हॉट स्पॉट हैं। ऐसे में उनके लिए कुछ सुरक्षा उपाय करने की जरूरत है। इसके अलावा यूनियन ने कामकाज के घंटे या कार्यदिवस घटाने का भी सुझाव दिया है।

न्यूनतम कर्मचारियों को बुलाया जाए
यूएफबीयू ने मांग की कि  सभी बैंकों को शाखाओं/कार्यालयों में न्यूनतम कर्मचारियों को बुलाने का निर्देश दिया जाए। अगले चार से छह माह तक एक-तिहाई कर्मचारियों के साथ काम,वर्क फ्रॉम होम का क्रियान्वयन किया जाना चाहिए। साथ ही संक्रमण से बचाव के लिए स्टाफ अधिकारियों को बारी-बारी से बुलाया जाए।

सीमित संख्या में ही खोली जाएं बैंक शाखाएं
यूनियन ने कहा कि कई केंद्रों पर सभी शाखाएं खोलने के बजाय इनकी संख्या सीमित की जानी चाहिए। बैंकिंग सुविधाओं का विस्तार कुछ चुनिंदा शाखाओं तक किया जाना चाहिए। इसे अनिवार्य रूप से सभी शाखाओं को खोलने की जरूरत नहीं होगी और बैंक कर्मचारियों और ग्राहकों की संक्रमण से सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।