भरतपुर
वार्ड 38, नदिया मोहल्ला — शहर के बीचों-बीच स्थित यह मोहल्ला आज बदहाल व्यवस्था का जीता-जागता उदाहरण बन गया है। बीते 20 से 22 दिनों से यहां की नालियां पूरी तरह जाम हैं, गंदा पानी गलियों में इस कदर भर चुका है कि राह चलना तक मुश्किल हो गया है।
स्थानीय निवासी, स्कूल जाने वाले बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग — सभी को हर रोज़ कीचड़ और बदबू से जूझना पड़ रहा है। लेकिन नगर निगम के कर्मचारी आंख मूंदे बैठे हैं, जैसे जनता की तकलीफें उनकी जिम्मेदारी ही नहीं।
“न नाली साफ हो रही, न पानी निकासी की कोई व्यवस्था है। बच्चे बीमार पड़ रहे हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही!” — स्थानीय महिला सरोज देवी की नाराज़गी साफ झलकती है।
‘स्मार्ट सिटी’ के नाम पर झूठ?
शहर को स्मार्ट सिटी की दिशा में ले जाने के दावे ज़मीन पर ध्वस्त नज़र आ रहे हैं। नदिया मोहल्ला की यह गली बरसात से पहले ही बाढ़ जैसी हालत में है, तो मानसून आने पर क्या होगा — इसका अंदाज़ा लगाना मुश्किल नहीं। वार्ड पार्षद या नगर निगम के जिम्मेदारों की ओर से अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है। न तो सफाईकर्मियों की तैनाती दिख रही है, न ही कोई पंपिंग सिस्टम या वैक्यूम मशीन।
लोगों की मांग: हालात सुधारे जाएं या जिम्मेदारों पर कार्रवाई हो
स्थानीय नागरिकों की मांग है कि जल्द से जल्द:
- नालियों की सफाई की जाए
- जल निकासी के लिए वैक्यूम मशीन लगाई जाए
- स्थायी समाधान की योजना बने
- और लापरवाह कर्मियों पर कार्रवाई हो
नई हवा की खबरें अपने मोबाइल पर नियमित और डायरेक्ट प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम, स्टेट और सिटी लिखकर मैसेज करें। आप अपनी खबर या रचना भी इस नंबर पर भेज सकते हैं।
‘मां बनना सज़ा नहीं’ | मातृत्व अवकाश पर वेतनमान रोकना असंवैधानिक: हाईकोर्ट का बड़ा फैसला
जयपुर-दिल्ली डबल डेकर सहित ये ट्रेनें इन आठ दिनों रहेंगी रद्द, जानिए वजह
नई हवा’ की खबरें नियमित और अपने मोबाइल पर डायरेक्ट प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम, स्टेट और सिटी लिखकर मैसेज करें
