आयोग के अध्यक्ष प्रो. डीपी सिंह ने सभी विवि के कुलपतियों को पत्र भेज कर इसे शीघ्र लागू करने का निर्देश दिया है। पत्र में कहा है कि ज्ञान की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने के लिए बहु विषयक शिक्षा आवश्यक है। इससे विद्यार्थी की बौद्धिक, सामाजिक, शारीरिक, भावनात्मक और नैतिक क्षमता विकसित होगी।