उदयपुर में चाकूबाजी से जख्मी छात्र की मौत के बाद तनाव, शहर में भारी पुलिस बल तैनात | 51 लाख के मुआवजे और संविदा नौकरी पर बनी सहमति

उदयपुर 

राजस्थान (Rajasthan) के उदयपुर (Udaipur) में शुक्रवार को हुई चाकूबाजी में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे घायल छात्र देवराज की इलाज के दौरान सोमवार को मौत हो गई इसके बाद इलाके में तनाव स्थिति पैदा हो गई है और आगजनी व पथराव की घटनाएं हुईंप्रशासन ने इंटरनेट पर बैन लगा दिया है और इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है मौत से कुछ देर पहले छात्र की बहन ने उसकी कलाई पर राखी भी बांधी थी

चाकूबाजी की घटना में घायल हुए छात्र का एमबी अस्पताल में इलाज चल रहा था। आज दोपहर में उसकी मौत हो गई। इसकी सूचना फैलते ही बड़ी संख्या में लोग भी अस्पताल परिसर पहुंच गए ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ाई गई है अस्पताल परिसर में लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया है इस पूरे मामले को लेकर राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री बाबूलाल खराड़ी का बयान भी सामने आया है उन्होंने कहा कि छात्र का निधन होने की सूचना मिली है उसे बचाने का पूरा प्रयास किया गया था जयपुर और कोटा से भी स्पेशल डॉक्टर की टीम आई थी, लेकिन इसके बावजूद भी हम उसको बचा नहीं पाए

इस बीच जानकारी आ रही है कि मृतक के परिजनों को 51 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने, परिवार के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी देने और एसटी एससी एक्ट के तहत मामले में कार्रवाई करने पर सहमति बन गई है  आपको बता दें कि शुक्रवार को एक सरकारी स्कूल में 10वीं कक्षा के छात्र द्वारा सहपाठी को चाकू घोंपने के बाद सांप्रदायिक तनाव के बीच भीड़ ने कारों में आग लगाकर पथराव किया था मृतक के परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल है, मौके पर कलेक्टर एसपी समेत भारी पुलिस बल तैनात है अस्पताल के गेट बंद कर दिए गए हैं

जानकारी के मुताबिक घटना में शामिल अयान शेख और उसके पिता सलीम शेख के दीवान शाह अली कॉलोनी स्थित मकान पर नगर निगम के दस्ते पहुंचकर बुलडोजर की कार्रवाई की थी चाकूबाजी से जुड़े मामले में अपने साथी पर जानलेवा हमला करने का आरोपी अयान शेख की एक सोशल मीडिया चैट भी सामने आई है अयान शेख चैट में वो दूसरे दोस्त के साथ मिलकर हमला करने और जान से मारने की बात कर रहा है बताया जा रहा है कि ये चैट हमले की घटना से कुछ दिन पहले की हैछात्र के परिजन समेत बड़ी संख्या में लोग रविवार को यहां मुखर्जी नगर चौक पर एकत्र हुए और उन्होंने महाराणा भूपाल राजकीय अस्पताल तक रैली निकाली थी