जयपुर
एक RAS अफसर सुबह मंत्री जी के साथ सिटी बस का उद्घाटन करवा रहा था और शाम होते-होते उसे चार लाख की घूस लेते हुए दबोच लिया गया। उसको घूस देने वाले बस कंपनी के मालिक को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। इस कार्रवाई को ACB ने 6 मार्च की शाम को अंजाम दिया। ACB के एडीशनल एसपी बजरंग सिंह के नेतृत्व में डीएसपी सचिन शर्मा, इंस्पेक्टर प्रिया व्यास और ASI शिव सिंह की टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया। घूस लेते हुए गिरफ्तार किया गया अधिकारी जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लि. JCTSL का OSD वीरेन्द्र वर्मा है। जबकि बस मालिक का नाम दिल्ली की बस कंपनी पारस ट्रेवल्स का नरेश सिंघल है। उसका एक कर्मचारी भी ACB के हत्थे चढ़े हैं। JCTSL में कार्यरत AAO (संविदा पर कार्यरत) महेश कुमार गोयल को ACB ने शक के आधार पर पूछताछ के लिए पकड़ा है, जिसकी गिरफ्तारी अभी दर्ज नहीं की है। गोयल इससे पहले होटल कॉरपोरेशन में डिप्टी GM पद पर रह चुका है।
बसों का फीता काटकर उद्घाटन करते नगरीय निकाय मंत्री मंत्री शांति धारीवाल, उनके पास कोट पहने खड़े हैं वीरेंद्र वर्मा।
दरअसल 6 मार्च की सुबह 10 बजे JCTSL की 50 नई मिडी बसों का उद्घाटन था। इन्हीं बसों की खरीद में घोटाला हो रहा था। नगरीय निकाय मंत्री मंत्री शांति धारीवाल से JCTSL के OSD वीरेंद्र वर्मा ने ही यह उद्घाटन करवाया था। प्रोग्राम भी वर्मा ने ही बनाया था। उद्घाटन के कुछ घंटों बाद ही ACB ने अपनी कार्रवाई को अंजाम दे दिया।
घूस लेते हुए गिरफ्तार RAS वीरेंद्र वर्मा (काली टीशर्ट में) और घूद देने वाले बस कंपनी मालिक ।
कॉन्ट्रैक्ट शर्तों में छूट देने की एवज में मांगी थी घूस
JCTSL के OSD वीरेंद्र वर्मा ने दिल्ली की बस कंपनी के कॉन्ट्रैक्ट शर्तों में छूट देने की एवज में यह घूस मांगी थी। ACB के ADG दिनेश एमएन ने बताया कि जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज में 100 मिडी सिटी बसों के टेंडर आवंटन, संचालन में सुविधा और सब्सिडी रिलीज करने के एवज में भारी भ्रष्टाचार की सूचना मिली थी। इस पर ACB ने JCTSL के OSD वीरेन्द्र वर्मा, मैनेजर महेश गोयल, पारस ट्रैवल्स नई दिल्ली के मालिक नरेश सिंघलऔर कर्मचारी अनुज पर निगरानी रखी गई। 6 मार्च को ACB ने वर्मा को अजमेर रोड के जनकपुरी स्थित घर से नरेश सिंघल से 4 लाख रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। बाकी दो आरोपियों को भी इस मामले में मिलीभगत के चलते गिरफ्तार किया गया है। ACB की टीम सभी से पूछताछ कर रही है। इस मामले में टेंडर प्रक्रिया से जुड़े और भी अफसरों के नाम सामने आ सकते हैं।
7 लाख नकद और जमीनों के मिले कागजात
ACB के एडिशनल एसपी बजरंग सिंह ने बताया कि ट्रैप के बाद जब वर्मा के घर की जांच-पड़ताल की तो वहां 7 लाख रुपए नकद मिले। इसके अलावा 3 भूखण्डों और 0.75 हेक्टेयर कृषि भूमि के कागजात भी बरामद हुए हैं। इस पूरे मामले में एसीबी पिछले 3 दिनों से इन सभी पर निगरानी रखे हुए थी।
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