एसीबी के इंस्पेक्टर नीरज भारद्वाज ने बताया कि हाउसिंग बोर्ड में इलेक्ट्रिक ब्रांच में प्रोजेक्ट इंजीनियर विजय कुमार के खिलाफ एक ठेकेदार ने 10 दिन पहले शिकायत दर्ज कराई थी। यह ठेका लेने के लिए उसने भी एक फाइल हाउसिंग बोर्ड में लगाई थी। इसकी टेक्निकल बिड की जांच का जिम्मा विजय कुमार के पास था। इस टेक्निकल बिड़ के संबंध में फाइल पास करने के एवज में विजय कुमार ने एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। इस शिकायत का एसीबी ने सत्यापन किया, जो सही निकली। इसके बाद उसे उसके निवास से गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़े जाने के बाद वह छोड़ देने को गिड़गिड़ाता रहा।