पायलट खेमे ने जिला प्रमुख चुनाव में गहलोत को दिया पहला झटका, भाजपा खेमे में गई रमा देवी को कांग्रेस ने पार्टी से निकाला

जयपुर 

पूर्व डिप्टी सीएम और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट के खेमे ने सोमवार को जिला प्रमुख के चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खेमे को पहला जोरदार झटका दिया इससे कांग्रेस सकते में  आ गई इससे गहलोत खेमे का पूरा दिन टेंशन में गुजरा जयपुर जिला परिषद में उसका सारा गणित गड़बड़ा गया है कांग्रेस फ़िलहाल यहां अपना बहुमत खो चुकी है।

दरअसल हुआ यह कि सचिन पायलट के कट्टर समर्थक कांग्रेस विधायक वेद सोलंकी चाकसू- फागी क्षेत्र के वार्ड 17 से कांग्रेस टिकट पर जिला परिषद सदस्य चुनी गई रमादेवी जिला प्रमुख का प्रत्याशी बनाना चाहते थे। लेकिन कांग्रेस ने किसी और को प्रत्याशी बना दिया। इससे वेद सोलंकी नाराज हो गए और उनकी बेहद नजदीकी  रमादेवी भाजपा के खेमे में शामिल हो गईं और भाजपा ने उनको जयपुर जिला प्रमुख का उम्मीदवार बना दिया। कांग्रेस के एक सदस्य को भी रमा देवी अपने साथ ले गईं।

सूत्रों के अनुसार पायलट कैंप के कट्टर समर्थक विधायक वेद प्रकाश सोलंकी रमा देवी को ही जिला प्रमुख बनाना चाहते थे और इसे लेकर उनकी प्रदेश नेतृत्व से भी लगातार बातचीत चल रही थी, लेकिन आनन-फानन में प्रदेश नेतृत्व ने रमा देवी की बजाए सरोज कुमारी शर्मा को जिला प्रमुख का कांग्रेस का अधिकृत प्रत्याशी बना दिया, जिससे वेद प्रकाश सोलंकी नाराज हो गए। और उन्होंने प्रदेश कांग्रेस के नेताओं में से किसी का भी फोन रिसीव करना बंद कर दिया। और सोलंकी ने रमा देवी को भाजपा खेमे में जाने की सहमति दे दी।

रमा देवी को बीजेपी की मिली सदस्यता
रमा देवी चौपड़ा ने बीजपी से नामांकन भर दिया है। नामांकन भरने से पहले रमा देवी ने बीजेपी मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ली। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने रमा देवी को पार्टी में शामिल किया। इसके बाद रमा देवी सीधे नामांकन भरने पहुंच गईं।

ऐसे गड़बड़ा गया कांग्रेस का गणित
रमा देवी और एक अन्य सदस्य के कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में चले जाने से जयपुर जिला परिषद में कांग्रेस का सारा गणित गड़बड़ा गया है। जयपुर जिला परिषद में कुल 51 सदस्य हैं, जिला प्रमुख बनाने के लिए 26 सदस्य चाहिए। कांग्रेस 27 सदस्य जीती, लेकिन रमा देवी और जैकी के चले जाने से अब 25 सदस्य रह गए हैं।

बीजेपी के पास पहले 24 सदस्य थे, अब दो कांग्रेस के मिलने से बहुमत का आंकड़ा बीजेपी के पास हो गया है। अब कांग्रेस जयपुर जिला प्रमुख का चुनाव तभी जीत सकती है, जब वह बीजेपी खेमे से क्रॉस वोटिंग करवाए। कांग्रेसी खेमा भी अब सक्रिय हो गया है। कांग्रेस के खेमे में बीजेपी की सेंध लगते ही जयपुर जिला प्रमुख का चुनाव रोचक हो गया है।

पीसीसी चीफ ने कहा, कई और लोगों पर भी होगी कार्रवाई
जयपुर जिला प्रमुख चुनाव में चाकसू क्षेत्र के वार्ड 17 से निर्वाचित रमा देवी चौपड़ा के खेमे में शामिल होने के बाद प्रदेश कांग्रेस ने उन्हें 6 साल के लिए कांग्रेस से निष्कासित कर दिया। वहीं पीसीसी चीफ डोटासरा ने कई और लोगों पर भी कार्रवाई के संकेत दिए हैं। डोटासरा ने ट्वीट करते हुए कहा कि पूरे प्रकरण में कुछ और लोगों के ख़िलाफ़ भी शिकायत प्राप्त हुई है। इस पर जल्द जांच करके पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल सभी लोगों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी।

भाजपा कर रही है  हॉर्स ट्रेडिंग
कांग्रेस की जिला परिषद सदस्य रमादेवी के भाजपा कैंप में जाने पर मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि बीजेपी की तरफ से तोड़फोड़ की कोशिश की गई है लेकिन कामयाब नहीं होगी, जब वोटिंग होगी तो कांग्रेस का प्रत्याशी ही जिला प्रमुख बनेगा। जोशी का कहना है कि सतीश पूनिया और राजेंद्र राठौड़ को हॉर्स ट्रेडिंग में महारत हासिल है।

प्रदेश प्रभारी ने रिपोर्ट तलब की
जयपुर सहित जोधपुर में भी जिला प्रमुख के चुनाव में विवाद उत्पन्न होने पर कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से रिपोर्ट मांगी है। सूत्रों की माने तो अजय माकन वेद प्रकाश सोलंकी के रवैया को लेकर बेहद नाराज हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि वेद प्रकाश सोलंकी को भी प्रदेश प्रभारी दिल्ली तलब कर सकते हैं।