फुटबॉलर से आतंकी बना… पिता से बोला-‘मुझे आतंकी बनने का पछतावा’

जम्मू |


 

हाल ही सोपोर में सुरक्षाबलों से मुठभेड़ में मरे एक आतंकवादी का ऑडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह अपने पिता से कह रहा है कि उसे आतंकी बनने का पछतावा है। वह नहीं चाहता कि परिवार का अन्य कोई सदस्य इस गलत राह पर जाए।


 

उसका यह ऑडियो सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में घिरने के दौरान का है। यह आतंकी पहले फुटबॉलर था। हालांकि आमिर के परिवार ने ऑडियो क्लिप को फर्जी बताया है। एसएसपी सोपोर, जावेद इकबाल ने बताया, एक संभावना है कि हो सकता है उसने अपने पिता को अपने आखिरी क्षणों में बुलाया होगा। उन्होंने कहा कि वह इस क्लिप की अभी पुष्टि नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि अगर उसके पिता बातचीत से इनकार कर रहे हैं, तो हो सकता है कि बातचीत हुई हो लेकिन पिता के ऐसा कहने के पीछे कोई कारण हो।
बाईस साल का आमिर  बीए अंतिम वर्ष का छात्र  और ख्वाजा गिलगट, सोपोर का फुटबॉल खिलाड़ी था। 24 जून की दोपहर लापता हो गया था। बाद में पता चला कि वह आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हो गया है। पिछले सप्ताह, आमिर और एक अन्य जैश आतंकवादी, उमर अबरार का बारामुला के वनिगम पेमाइन में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ हुई थी, जिसके बाद वे मारे गए।


ऑडियो में सामने आई बातचीत के अंश

आमिर– अब्बा मैं आमिर।
पिता – आमिर, क्या तुम ठीक हो?
आमिर– हमें पकड़ लिया गया है।
पिता – कहां?
आमिर–  क्रीरी में। मेरे साथ एक और है। अब, मैं आत्मसमर्पण करना चाहता था लेकिन लगता है कि अब कोई रास्ता नहीं है। वे हमें ऐसा करने के लिए मजबूर कर रहे हैं। 
आमिर–  बेटा, क्या कोई रास्ता नहीं है जिससे तुम बच सकते हो ?
आमिर–  नहीं है। मैंने भूल की। मुझे बरगलाया गया। उन्होंने जबरन मेरी तस्वीर एक हथियार के साथ ली और उसे वायरल कर दिया। मैं घर आना चाहता था, लेकिन उन्होंने मुझे चेतावनी दी कि अगर मैंने ऐसा किया तो वे मेरे पिता, मां, भाई, हर किसी को मार देंगे।
पिता –  हम क्या करेंगे? बोबा का तुम्हारे बिना क्या होगा?
आमिर – किसी को मत बताना। जब तक यह सब खत्म न हो जाए। मैं बस आपसे कुछ कहना चाहता हूं, मैंने सबक लिया है।
पिता – हां, बेटा।
आमिर – मैंने गलती की। मुझे नहीं पता था कि यह रास्ता मुझे कहां ले जाएगा। मेरे भाई और मेरे दोस्तों को बताएं कि वह इस रास्ते पर कभी न आएं। वे सिर्फ अपना भविष्य बनाने की सोचें।
पिता – तुम्हारी मां और बहन, तुम्हारे बिना क्या करेंगी?
आमिर – सभी को बताएं कि मैंने जो रास्ता चुना उसका कोई भविष्य नहीं है।
पिता – बेटा, मैंने तुमसे कहा था कि अपने जीवन को कुछ ऐसा बनाना जिससे तुम्हारा नाम हो।
आमिर – मैंने अपना जीवन बर्बाद कर लिया और मैं अब वापस नहीं आ सकता। मैं सिर्फ इतना ही नहीं चाहता कि मैंने जो भी किया है, वह कोई और करे। उन्होंने मुझे मौका दिया…पुलिस और सेना दोनों ने हमें सरेंडर करने का मौका दिया लेकिन हमारे अपने लोगों ने हमें धमकाया। दुश्मन हमेशा वही होता है जो हमारे बहुत करीब होता है। मैं इस जीवन से बाहर आना चाहता था। मैं अपने माता-पिता के पास वापस आना चाहता था। मैं आपकी सेवा करना चाहता हूं, कड़ी मेहनत करना चाहता हूं, अपने जीवन में कुछ करना चाहता हूं लेकिन मेरे पास अब वह मौका नहीं है। अब मेरा भाग्य खत्म हो गया। लेकिन मैं चाहता हूं कि अब आप यह सुनिश्चित करें कि मेरे साथ जो हुआ है, वह मेरे किसी दोस्त या परिवार के साथ न हो।
पिता – बेटा अगर तुम अभी भी कोई रास्ता निकाल सकते हो तो कोशिश करो।
आमिर – कोई रास्ता नहीं है। मेरे परिवार में किसी को न बताएं। मुझे अब अपनी किस्मत को स्वीकार करना होगा और मैं प्रार्थना करता हूं कि किसी को भी इस तरह न मरना पड़े जैसे मैं मर रहा हूं। मेरी गलतियों और अपराधों के लिए माफ कर दें। मुझे बहुत पछतावा है, मैं घर आना चाहता हूं, अपने जीवन में कुछ बनाना चाहता हूं लेकिन अब बहुत देर हो चुकी है।
पिता – तुम्हारी मां क्या करेगी?
आमिर – अगर मैं कर सकता तो आत्मसमर्पण कर देता। सेना और पुलिस ने हमें हर मौका दिया, ये वे लोग हैं जिन्हें मैंने अपना सोचा था, वे लोग मुझे इस तरह से मरने के लिए मजबूर कर रहे हैं। मैं नहीं चाहता कि मेरी वजह से आपको पछतावा हों।
पिता -मैंने कहा था कि तुमने जो रास्ता चुना है वह गलत है।
आमिर– मेरे साथ एक और व्यक्ति है, उसे भी पछतावा है।





 

प्रतिक्रिया देने के लिए ईमेल करें  : ok@naihawa.com

 


SHARE THIS TOPIC WITH YOUR FREINDS