भरतपुर में व्यापारियों ने ऑड-ईवन फार्मूले काे मानने से किया इनकार, सरकार के अनुमति देने के बाद भी नहीं खोला बाजार

भरतपुर

भरतपुर जिला प्रशासन के  मार्केट खोलने के लिए अजीब फरमान को व्यापारियों ने मानने से इंकार कर दिया और कहा कि जब तक प्रशासन अपने इस बेतुके आदेश को वापस नहीं ले लेता भरतपुर का व्यापारी अपनी दुकानें नहीं खोलेगा व्यापारियों ने बुधवार को बाज़ार में जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और बाजार नहीं खोला व्यापारियों का कहना है या तो जिला प्रशासन राज्य सरकार के आदेशों के तहत बाज़ार खुलवाए या फिर 11 बजे से 02 बजे तक बचे हुए व्यापरियों को दुकानें खोलने का समय दे। अगर जिला प्रशासन ऐसा नहीं करता तो व्यापारी 8 जून तक अपने बाज़ार बंद रखेंगे और 8 जून के बाद राज्य सरकार के आदेश के अनुसार व्यापारी अपनी दुकानों को खोलेंगे। आपको बता दें कि राजस्थान की गहलोत सरकार ने 2 जून से सम्पूर्ण बाजारों को खोलने की छूट दे दी है लेकिन उसके भरतपुर जिला प्रशासन ने इसके विपरीत जाकर मनमाने तरीके से मार्केट खोलने के लिए यह अनोखा  फरमान सुना दिया कि अब भरतपुर की दुकानें ऑड ईवन तरीके से खुलेंगी। यानी एक दिन  लेफ्ट साइड की दुकानें खुलेंगी तो दूसरे दिन राइट साइड की दुकानें खुलेंगी

आपको यह भी बता दें राजस्थान में ऐसा अव्यावहारिक और बेतुका आदेश किसी भी जिला प्रशासन ने नहीं दिया है। हालांकि भरतपुर प्रशासन ने व्यापारियों को दुकानें खोलने के तरीकों के बारे में बातचीत करने के लिया बुलाया भी, लेकिन वहां व्यापारियों के विरोध जताने के बाद भी प्रशासन ने अड़ियल रवैया अपनाते हुए उनकी बात नहीं सुनी और पहले से तयशुदा फरमान व्यापारियों को सुना दिया गया। बस इसी फरमान को सुनकर व्यापारी उखड़ गए और घोषणा कर दी कि भरतपुर प्रशासन ऑड ईवन के इस फार्मूले को वापस ले अन्यथा व्यापारी अपनी दुकानें नहीं खोलेंगे

भरतपुर जिला व्यापार महासंघ के अध्यक्ष संजीव गुप्ता ने कहा है कि जिला प्रशासन द्वारा, पूरब पश्चिम, उत्तर दक्षिण की  दुकानें खुलने की जो नीति बनाई है, इससे व्यापारियों में  विरोधाभास की  स्थिति उत्पन्न हो रही है। उन्होंने कहा कि वैसे भी  दुकानें खोलने का समय 6:00 से 11:00 दिया गया है, इससे  कोई भी  व्यापारी सहमत नहीं है। और अब प्रशासन ने बेतुका फरमान जारी करके रही सही कसार पूरी कर दी है। उन्होंने कहा कि एक या दो दिन सिर्फ 2-2 घंटे के लिए दुकान खोल कर व्यापारी क्या कर लेंगे। उन्होंनें कहा कि समय चाहे 6 से 11 का हो, पर  प्रेक्टिकली, हमारी दुकान 2 घंटे ही चलेगी 9 से 11।

महासंघ के जिला प्रवक्ता  विपुल शर्मा ने बताया कि सभी व्यापारी 8 जून को आने वाली नई गाइडलाइन  का इंतजार करेंगे। उन्होंनें कहा कि और इस बात की क्या गारंटी कि, 8 जून के बाद भी पूरब पश्चिम नहीं होगा। सरकार की इन नीतियों से ऐसा लगता है कि यह 30 % व्यापारी ही शायद कोरोना फैला रहा है। क्योंकि 70 %व्यापार तो लगभग खुला  ही हुआ  है। इसलिए भरतपुर जिला व्यापार महासंघ ने जिले के बाजारों को बंद करने का निर्णय किया है। उन्होंने सभी व्यापारिक संगठनों से अपील की कि 8 जून तक दुकानें ना खोलें

कलक्टर ने व्यापार महासंघ की मांगों को  विचार के लिए गृह विभाग के पास भेजा   
इस बीच व्यापारियों का विरोध बढ़ता देख जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने जिला व्यापार महासंघ के ज्ञापन में दिए सुझावों को गृह विभाग के लिए विचार करने एवं आगामी गाइडलाइन में शामिल करने के लिए प्रस्ताव भेजा है। जिला व्यापार महासंघ ने ज्ञापन में कहा था कि जो दुकानें अति आवश्यक वस्तुओं, खाद्य पदार्थ एवं किराने के सामान से सम्बन्धित खुदरा दुकानें 45 दिन से खुल रही हैं, उनके लिए प्रातः 6 बजे से 11 बजे तक का समय रखा जाए तथा जिन ट्रेड की दुकानें अभी तक नहीं खुलती थीं, उनको दोपहर 12 बजे सायं 5 बजे तक खोलने का समय रखा जाए
ज्ञापन में बताया गया था कि 31 मई की गाइडलाइन के अनुसार बाजार खोलने का समय प्रातः 6 बजे से 11 बजे तक रखा गया है, जबकि गत वर्ष पिछले लॉकडाउन में बाजार को प्रातः 6 बजे से दोपहर 3 बजे तक खोला गया था।

सूत्रों के अनुसार जिला प्रशासन ने सरकार से कहा है कि व्यापारियों की इस मांग  पर विचार करते हुए बाजार खोलने के समय को बढ़ाया जा सकता है, बाजार को फुल टाइम प्रातः 7 बजे से सांय 7 बजे तक या इससे अधिक भी समय तक खोला जाकर सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कराई जा सकती है तथा भरतपुर का व्यापारी बैंक ब्याज, बिजली का बिल नल का बिल,बच्चों की फीस, स्टाफ का खर्चा व दुकान का खर्चा वहन करने की स्थिति में नहीं है। उनके द्वारा व्यापारी को भी राहत के रूप में कुछ राहत पैकेज दिए जाने के लिए भी कहा है।




 

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