शिक्षकों के आंदोलन से घबराई गहलोत सरकार बैकफुट पर आई, 24 घंटे के अंदर ही दीपावली अवकाश रद्द करने का फैसला लेना पड़ा वापस

जयपुर 

राजस्थान में शिक्षकों में बढ़ते आक्रोश से घबराई  गहलोत सरकार 24 घंटे के अंदर ही बैकफुट पर आ गई और शिक्षकों के दीपावली अवकाश रद्द करने के फैसले को वापस लेना पड़ गया। बुधवार शाम शिक्षा विभाग को  नया आदेश जारी कर 29 अक्टूबर से 7 नवंबर तक मिड टर्म छुट्टियों को जारी रखने की घोषणा करनी पड़ गई।

आपको बता दें कि कोरोना के कारण स्टूडेंट्स की पढ़ाई खराब होने का हवाला देते हुए सरकार ने इस बार स्कूल्स की मिड टर्म छुटि्टयां रद्द कर दी थीं। हर साल बारह से पंद्रह दिन तक टीचर्स व स्टूडेंट्स को दीपावली की छुटि्टयों के नाम पर अवकाश मिलता है। इसे सरकारी रिकार्ड में दीपावली अवकाश नहीं बल्कि मिड टर्म वेकेशन कहा गया है। इस बार माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने एक आदेश जारी करके मिड टर्म वेकेशन रद्द कर दिया। इतना ही नहीं शैक्षिक सम्मेलन के नाम पर मिलने वाली चार छुटि्टयां भी रद्द कर दी गईं। यहां तक कि प्रिंसिपल पॉवर की  छुट्‌टी भी वापस ले ली गई।

सरकार के इस फैसले के बाद प्रदेशभर के शिक्षकों में जबरदस्त आक्रोश पैदा हो गया था और उन्होंने इसे लेकर आंदोलन की घोषणा कर दी थी। इससे घबराई गहलोत सरकार ने 24 घंटे के अंदर ही यूटर्न ले लिया और छुट्टियां रद्द करने के आदेश को वापस ले लिया। और  बुधवार शाम शिक्षा विभाग में नया आदेश जारी कर 29 अक्टूबर से 7 नवंबर तक मिड टर्म छुट्टियों को जारी रखने की घोषणा करनी  पड़ गई ।

पहली बार ऐसा हुआ था। जब शिक्षा विभाग ने दीपावली के आसपास होने वाले मिड टर्म छुट्टियों को समाप्त कर दिया था। इसके बाद में प्रदेशभर में शिक्षकों ने सरकारी छुट्टियों को रद्द करने के फैसले का विरोध शुरू कर दिया। जिसके बाद आनन-फानन में शिक्षा मंत्री ने इस पूरे मामले में दखल देते हुए बुधवार शाम तक नया आदेश जारी करवाया है। जिसके तहत अब स्कूली छात्रों के साथ शिक्षकों को भी छुट्टियों का लाभ मिल सकेगा। बुधवार शाम शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।

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