पुलिस बोली; अलवर में विमंदित मूक बधिर बालिका से नहीं हुआ दुष्कर्म | फिर सरकार! यह तो बताइए; प्राइवेट पार्ट में गहरे जख्म कैसे आए!

अलवर 

अलवर में विमंदित मूक बधिर बालिका के साथ दुष्कर्म होने की घटना से शुक्रवार को पुलिस ने साफ़ इंकार कर दिया। पुलिस ने इसके लिए जयपुर की मेडिकल रिपोर्ट का हवाला दिया और इस बिना पर बाकायदा पत्रकार वार्ता कर इस बाबत बड़ा बयान दिया और कहा कि मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म जैसी घटना सामने नहीं आई है।

पुलिस का यह बयान प्रारम्भिक मेडिकल जांच के करीब 72 घंटे बाद सामने आया है। प्रारम्भिक मेडिकल जांच में पीड़िता के गुप्तांगों में गहरे घाव मिले थे। इसके बाद भी पुलिस ने जयपुर से पहुंची मेडिकल टीम की रिपोर्ट का आधार लेते हुए आनन-फानन में पत्रकार वार्ता बुलाई और विमंदित मूक बधिर बालिका के साथ दुष्कर्म होने की घटना से साफ़ इंकार कर दिया।

ये कहा SP तेजस्विनी गौतम ने
जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने पुलिस कंट्रोल रूम में बुलाई इस पत्रकार वार्ता में कहा कि मंगलवार रात करीब सवा 8 बजे तिजारा फाटक ओवरब्रिज पर 15 वर्षीय मूक बधिर बालिका लहूलुहान हालत में पड़ी मिली। जिसके गुप्तांगों से खून बह रहा था। उसको तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद जयपुर रैफर कर दिया गया। उन्होंने बताया कि मेडिकल जांच में गुप्तांगों में गहरे घाव मिले। बुधवार को उसकी सर्जरी की गई।

एसपी ने बताया कि  जयपुर के विशेषज्ञ चिकित्सकों की मेडिकल रिपोर्ट शुक्रवार शाम को मिली है। जिसमें पीडि़ता के साथ बलात्कार की पुष्टि नहीं हुई है। पत्रकार वार्ता के दौरान डीआईजी सिविल राइट्स जयपुर डॉ. रवि भी मौजूद रहे।

वो दस मिनट अहम, पुलिस के पास उसी का सबूत नहीं
पुलिस के पास बालिका के गांव से निकलकर टेंपो में बैठने से लेकर घटनास्थल के पास तक की वीडियो रिकॉर्डिंग मिली है। पुलिस के पास लास्ट लोकेशन से घटनास्थल के बीच की 10 मिनट की वीडियो रिकॉर्डिंग नहीं है। अब पुलिस का कहना है कि उस 10 मिनट में बालिका कहां थी व उसके साथ क्या हुआ इसकी जांच की जा रही है। एसपी का कहना था कि रिपोर्ट के मुताबिक बालिका के साथ दुष्कर्म नहीं हुआ है। बालिका का वजाइना व हाईना पूरी तरह से ठीक है। इस मामले में अलवर पुलिस ने करीब ढाई सौ से ज्यादा कैमरों की रिकॉर्डिंग चेक की।

पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने कहा कि बालिका अपने घर से निकली गांव के बाहर एक टेंपो में बैठी उसके बाद शहर में अलग-अलग सड़क मार्गों व चौराहों से गुजरी, पुलिस ने उसकी पूरी रिकॉर्डिंग चेक कर ली हैअभी तक के अनुसंधान में जिस ऑटो में वो बैठकर आई थीं, उसके ड्राइवर से बातचीत की गई है ऑटो में कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं तिजारा पुलिया तक 7.31 मिनट तक वो कैमरे में रिकॉर्ड हुई है 7 से 10 मिनट में पुलिस जांच कर रही है

किरोड़ीलाल मीणा ने कहा, मामले को दबा रही है
इस बीच भाजपा के राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा शुक्रवार को अलवर पहुंचे और सरकार पर बड़ा आरोप लगाया और कहा कि सरकार इस मामले को दबा रही है इस मामले को लेकर डॉ. किरोड़ीलाल मीणा अलवर जिला परिषद के बाहर धरने पर बैठे। किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि सरकार बदनामी के डर से मामले को दबाने में लगी है। उन्होंने कहा कि राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कह रही है कि यह दुष्कर्म की घटना नहीं है। किरोड़ीलाल मीणा ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की। किरोड़ी लाल मीणा ने आरोप लगाया कि पुलिस अधीक्षक ने दुष्कर्म की बात कही थी। अब सरकार इस पूरे मामले को दबाने में लगी है व इसको नया रूप दिया जा रहा है।

प्रियंका गांधी ने ज्ञापन लेने से किया इंकार 
किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि वे गुरुवार को सवाई माधोपुर में इस प्रकरण को लेकर प्रियंका गांधी को ज्ञापन सौंपने गए थे। लेकिन उन्होंने ज्ञापन लेने से मना कर दिया। मीणा ने कहा कि प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में कहती है कि लडक़ी हूं, लड़ सकती हूं। लेकिन वे राजस्थान में जन्मदिन मनाने आई लेकिन पीडि़ता के हाल जानने नहीं पहुंची। इस नारे का कोई औचित्य नहीं रह गया।

क्या आपने ये खबरें भी पढ़ीं?