राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविन्द डोटासरा फिर विवादों में फंसे | 52 स्कूलों के लिए स्वीकृत हुआ बजट, इनमें 48 स्कूल डोटासरा के विधानसभा क्षेत्र के

जयपुर 

राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा एक बार फिर विवादों में फंस गए हैं। इस बार विवाद प्रदेश के स्कूलों के स्वीकृत बजट के आवंटन को लेकर खड़ा हुआ है। प्रदेश के स्कूलों के लिए स्वीकृत ज्यादातर बजट को डोटासरा ने अपने विधानसभा क्षेत्र लक्ष्मणगढ़ के लिए आवंटित करा लिया और इसमें भी वे सफाई में कह रहे हैं कि उन्होंने इसमें क्या गुनाह कर दिया? कोई सौ करोड़ थोड़े ही लेकर आ गए।

दरअसल शिक्षा विभाग की ओर  से प्रदेश के 52 स्कूलों के विकास के लिए 2 करोड़ 52 लाख रुपए का बजट जारी हुआ था। मजेदार बात ये है कि इसमें से 48 विद्यालय शिक्षा मंत्री गोविन्द डोटासरा के विधान सभा क्षेत्र लक्ष्मणगढ़ के हैं। इसमें भी डोटासरा इसे उचित ठहरा रहे हैं। डोटासरा के विधान सभा क्षेत्र लक्ष्मणगढ़ के स्कूलों के लिए  2 करोड रुपए से ज्यादा के विकास कार्यों की स्वीकृति दी गई है।

यह विवाद सामने आने के बाद गोविंद सिंह डोटासरा ने अपनी सफाई में कहा है कि  विवाद इस तरह से बढ़ रहा है, जैसे मैं सौ करोड़ लेकर आ गया हूं, जबकि ऐसा नहीं है। सिर्फ दो करोड़ का बजट जारी हुआ है। लक्ष्मणगढ़ की जनता ने मुझे तीन बार चुनकर विधानसभा भेजा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का भी मुझ पर पूरा आशीर्वाद है। ऐसे में अगर में मंत्री रहते हुए भी लक्ष्मणगढ़ में काम नहीं कर पाया। तो मुझे मंत्री रहने का भी कोई अधिकार नहीं।

बाहर नियुक्त लक्ष्मणगढ़ के सभी टीचर्स को 24 घंटे में उनके घर ले आऊंगा
गोविंद सिंह डोटासरा अपने सफाई देने के दौरान यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि प्रदेश के शिक्षकों के तबादले  नियम के आधार पर ही होंगे, लेकिन लक्ष्मणगढ़ के सभी लोगों को मैं फिर से लेकर आऊंगा। सेकंड ग्रेड व्याख्याता, फर्स्ट ग्रेड, प्रिंसिपल, बाबू एक भी व्यक्ति अगर लक्ष्मणगढ़ का रह गया हो जिसका ट्रांसफर नहीं हुआ हो तो मुझे बता देना 24 घंटे में उसे ऑर्डर जारी कर लक्ष्मणगढ़ लाऊंगा।

सतीश पूनिया ने  डोटासरा पर साधा निशाना
स्कूलों के बजट आवंटन में भेदभाव का तजा विवाद सामने आने बाद गोविंद सिंह फिर से विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस राजस्थान में भेदभाव की राजनीति करती है। कांग्रेस के शिक्षा मंत्री ने तबादले से लेकर विकास के पैसे को अपने विधानसभा क्षेत्र तक सीमित रख दिया है। जबकि प्रदेश के हजारों स्कूलों में आज भी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। लेकिन शिक्षा मंत्री स्कूलों की दुर्दशा सुधारने की जगह सिर्फ अपनी सियासी जमीन को मजबूत करना चाहते हैं। जिसका राजस्थान की जनता करारा जवाब देगी।

सरकारी खजाने का दुरुपयोग कर रहे हैं मंत्री: किरोड़ी लाल मीणा
राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हर योजना और विकास कार्य जोधपुर लेकर जाते हैं। उन्हीं की तर्ज पर अब शिक्षा मंत्री भी लक्ष्मणगढ़ के लिए सरकारी खजाने का दुरुपयोग कर रहे हैं। लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए। हकीकत में प्रदेश में जहां भी मूलभूत सुविधाएं विकसित नहीं हुई है। वहां इस पैसे का खर्च होना चाहिए था। लेकिन सरकार की कारगुजारी से ऐसा नहीं हो पाएगा।

आरएएस में डोटासरा परिवार के लोगों के चयन पर भी उठ चुका है सवाल 
आपको बता दें कि पीसीसी चीफ और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा इससे पहले आरएएस परीक्षा को लेकर विवादों में आ चुके हैं। तब उनको सोशल मीडिया पर भी जमकर ट्रोल किया गया था।  डोटासरा की पुत्रवधु प्रतिभा को आरएएस 2016 में 80 अंक मिले थे। वहीं आरएएस 2018 में उनकी बहू प्रतिभा के भाई गौरव और बहन प्रभा का भी चयन हुआ है। इन दोनों को भी साक्षात्कार में 80-80 अंक ही मिले। इसके बाद से ही पूरे मामले में डोटासरा बीजेपी और सोशल मीडिया पर निशाने पर आ गए हैं।

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