अब राजस्थान में भी पेट्रोल-डीजल पर वैट होगा कम, गहलोत ने जोधपुर में की घोषणा, कहा; जब सभी राज्यों ने भाव कम कर दिए तो हमें भी करने पड़ेंगे

जोधपुर 

अब राजस्थान सरकार भी प्रदेश में पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करेगी इसके बाद राजस्थान में पेट्रोल-डीजल के दाम और घट  जाएंगे पिछले दिनों मोदी सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी कम कर दी थी। लेकिन राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करने से साफ इंकार कर दिया था और कहा था कि हम कम तब करेंगे जब मोदी सरकार एक्साइज ड्यूटी और कम करेगी

प्रेशर में लिया U Turn
लेकिन चारों तरफ से बढ़ते दवाब के बीच गहलोत ने यू टर्न लिया और मंगलवार को जोधपुर में घोषणा की कि उनकी सरकार भी प्रदेश में पेट्रोल-डीजल पर वैट कम  करेगी। लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि सरकार कितना कम करेगी। गहलोत जब जोधपुर में राजस्थान में पेट्रोल-डीजल पर वैट कम कम करने की बात कर रहे थे तो उससे साफ जाहिर हो रहा था कि उनको चारों तरफ से बढ़ते प्रेशर के बीच वैट कम करने का फैसला लेना पड़ा। गहलोत ने कहा कि जब सभी राज्यों ने भाव कम कर दिए तो हमें भी भाव करने पड़ेंगे

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर के जालेली फोजदार गांव में आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे गहलोत ने कहा कि मैं आपको यह समझाना चाहता हूं कि केंद्र सरकार ने जो राशि घटाई है, उससे राजस्थान में अपने आप डीजल पेट्रोल सस्ता हुआ है वहीं सरकार को 1800 करोड़ रुपए का घाटा भी हुआ है उपचुनाव में भाजपा की हुई हार के बाद मोदी जी के कान खड़े हो गए और उन्होंने यह भाव कम कर दिए

गहलोत ने कहा कि भाव तो हम भी कम करेंगे लेकिन हम केंद्र सरकार से आश्वासन चाहते हैं कि कंपनियों को पाबंद करें, कंपनियां हर दिन भाव बढ़ाती हैं जिससे आम जनता परेशान है महंगाई बढ़ रही है केंद्र सरकार ने आमजनता को खूब लूटा है हमारी केंद्र सरकार से मांग है कि वह डीजल में 15 रुपए, पेट्रोल में 10 रुपए और कम करे इससे राजस्थान सरकार को 3500 करोड़ रुपए का घाटा होगा, जो हम जनहित में सहन कर लेंगे

सीएम ने जालेली फौजदार गांव में आयोजित प्रशासन गांवों के संग शिविर में पट्टे बांटे और लोगों को आश्वस्त किया कि उनकी हर मांग को पूरा किया जाएगा इस शिविर में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, खान मंत्री प्रमोद जैन भाया सहित कांग्रेस के कई विधायक और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे

क्या आपने ये खबरें भी पढ़ीं?