भरतपुर
धुंधली सुबह की पहली धूप में अजान बाँध के पास स्थित एक खेत आज कविता बन गया। खेत में ट्रैक्टर चलाते किसान के पीछे सैकड़ों सफेद बगुले पंख फड़फड़ाते हुए उड़ रहे थे—जैसे प्रकृति और श्रम एक ही लय में सांस ले रहे हों। इस पल को हमेशा के लिए थाम लिया वाइल्डलाइफ़ फोटोग्राफर दीपक मुदगल ने।
दीपक मुदगल पिछले कई वर्षों से भरतपुर और उसके आसपास की वन्य दुनिया और ग्रामीण जीवन को अपनी लेंस के माध्यम से संरक्षित कर रहे हैं। इस तस्वीर को उन्होंने नाम दिया है—“प्रकृति का सह-अस्तित्व”।
मुदगल बताते हैं,
“ये सिर्फ फोटो नहीं है, यह संकेत है कि प्रकृति और किसान एक-दूसरे के साथी हैं। ट्रैक्टर की मिट्टी उड़ती है तो कीट हवा में आते हैं, और बगुले तुरंत खेत को कीटों से मुक्त कर देते हैं। किसान को रसायनों की जरूरत नहीं पड़ती। दोनों एक-दूसरे के संरक्षक हैं।”
पृष्ठभूमि में हरियाली, पास की फूंस की झोपड़ी, और दूर खेत में काम करते कुछ ग्रामीण इस तस्वीर को ग्रामीण भारत की जीवंत पेंटिंग बना देते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, बगुले जैसे पक्षी जैविक खेती के प्राकृतिक सहयोगी हैं। ये कीट नियंत्रण में मदद करते हैं और मिट्टी की सेहत बनाए रखते हैं।
अजान बाँध का योगदान: “धरती और जीवन का दान”
मुदगल बताते हैं कि भरतपुर का ऐतिहासिक अजान बाँध केवल जलाशय नहीं, बल्कि धरती के पुनर्जीवन का चक्र है।
मानसून में पानी संचित करता है
खेतों की मिट्टी को उपजाऊ बनाता है
केवल कृषि नहीं, भरतपुर के घाना राष्ट्रीय उद्यान में भी जीवन की नाड़ी भेजता है
बांध के पानी से पक्षियों, जानवरों और किसानों—तीनों को जीवन मिलता है
मुदगल के शब्दों में:
“अजान बाँध सिर्फ पानी नहीं देता, यह भरतपुर को संस्कृति, जैव विविधता और फसल — तीनों की सांस देता है। इसका त्याग भुलाया नहीं जा सकता।”
फ़ोटोग्राफ़र की यात्रा
दीपक मुदगल ने
हिमालय की दुर्लभ प्रजातियाँ
राजस्थान की घासभूमियाँ
और भारत के ग्रामीण जीवन की संस्कृति और आत्मा
को कैमरे में दर्ज किया है।
वे कहते हैं:
“मेरा हर क्लिक संरक्षण की पुकार है।”
यह तस्वीर हमें याद दिलाती है कि आधुनिक कृषि भी तब तक पूरी नहीं होती, जब तक उसमें प्रकृति की प्राचीन लय ना हो। जहाँ मनुष्य और वन्य जीव एक-दूसरे को जगह देते हैं — वहीं धरती खिलती है।
नई हवा की खबरें अपने मोबाइल पर नियमित और डायरेक्ट प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम, स्टेट और सिटी लिखकर मैसेज करें। आप अपनी खबर या रचना भी इस नंबर पर भेज सकते हैं।
सरकार ने दी बड़ी राहत | NPS-UPS में दो नए निवेश विकल्प, अब रिटायरमेंट प्लान बनेगा और फ्लेक्सिबल
‘नई हवा’ की खबरों को Subscribe करने के लिए हमारे WhatsApp Channel से जुड़ें।
