विश्व धरोहर स्थल केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान इन दिनों परिंदों की चहचहाहट से गूंज रहा है। मानसून की उदार बारिश ने पूरे पार्क को जीवनदायिनी जलराशि से भर दिया है और यही वजह है कि देशी-विदेशी प्रवासी पक्षियों का मेला
Category: पर्यटन
मेहनत की उड़ान, कारीगरी का चमत्कार | केवलादेव पक्षी विहार में ‘बया वीवर’ ने बुना प्रकृति का सबसे सुंदर डिजाइन
हरी-भरी झीलों, शांत पगडंडियों और पक्षियों की चहचहाट के बीच बसा केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान (Keoladeo National Park) पक्षी प्रेमियों के लिए किसी धरती के स्वर्ग से कम नहीं। हर वर्ष हजारों रंग-बिरंगे पक्षी देश-विदेश से
पक्षियों का स्वर्ग उजड़ने की कगार पर | केवलादेव में कंक्रीट ने निगल ली कलरव की धरती
भरतपुर (Bharatpur) का केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान (Keoladeo National Park), जिसे कभी पक्षियों का स्वर्ग और जैव विविधता का जीता-जागता उदाहरण कहा जाता था, अब धीरे-धीरे शहरीकरण की
राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डन का बदला नाम, अब इस नाम से जाना जाएगा | साल में खोला जाएगा दो बार
अपनी सुंदरता के लिए चर्चित भारत के राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डन का नाम अब बदल दिया गया है। राष्ट्रपति की उप प्रेस सचिव नाविका गुप्ता ने
भारत की ऐसी नदी जिसके पानी के साथ बहता है सोना, पीढ़ियों से आदिवासियों का है कमाई का जरिया
क्या आप जानते हैं कि भारत में एक नदी ऐसी भी है जिसमें पानी के साथ सोना भी बहता है? आज आपको नई हवा के इस अंक में बताने जा रहे हैं ऐसी ही एक नदी के बारे में जिसमें पानी के साथ सोना
देश की ऐसी जगह जहां भारतीयों की No Entry, विदेशियों का होता है Welcome
इस शीर्षक से आप हैरान हो रहे होंगे, लेकिन ये सच है। भारत में ऐसी ये जगह हैं जहां भारतीयों का प्रवेश वर्जित है और विदेशियों का दिल खोलकर स्वागत होता है। चौंक गए न
राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन का ‘नदी संवाद’ कार्यक्रम: नदियों से जल निकासी की अधिकतम सीमा तय करने का कानून बनाने की मांग
दिल्ली के कान्स्टिट्यूशन क्लब में आयोजित राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के ‘नदी संवाद’ कार्यक्रम में सिंचाई, पेयजल आदि के लिए नदियों से निकाले जाने वाले जल की
दिल्ली में 29 नवम्बर को होगी राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक
राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक 29 नवम्बर को कॉन्स्टिट्यूशन क्लब, रफी मार्ग, पटेल चौक मेट्रो के
धरती पर स्वर्ग की अनुभूति यानी नैनीताल
देवभूमि उत्तराखण्ड के नैनीताल जिले का मुख्यालय है- नैनीताल। और शहर के बीचों बीच है नैनी झील। चारों ओर देवदार के वृक्षों से लदी पहाड़ियां और झील के वक्षस्थल पर