भरतपुर नगर निगम के महापौर पर भ्रष्ट आचरण अपनाकर प्रस्ताव पारित कराने का आरोप

भरतपुर 

भरतपुर बचाओ संघर्ष समिति ने नगर निगम के महापौर अभिजीत कुमार पर भ्रष्ट आचरण अपनाकर साधारण सभा की बैठक में प्रस्ताव पारित करने का आरोप लगते हुए इसे लेकर जनता के पास जाने का फैसला किया है।

संघर्ष समिति की पार्षद श्याम सुंदर गौड के आवास पर समिति के अध्यक्ष हरभान सिंह की अध्यक्षता में  हुई बैठक में 29 सितम्बर को हुई बैठक पर चर्चा हुई और आरोप लगाया कि निगम में मेयर अभिजीत कुमार द्वारा  निगम के कोष को लूटा जा रहा है। बैठक में महापौर के इस कृत्य और इसमें उनके सहयोगी रहे लोगों की  वस्तुस्थिति जनता के सामने रखने का फैसला किया गया।

बैठक में आरोप लगाया गया कि महापौर का यह इतिहास रहा है कि वे कभी भी पार्षदों से सीधे मुंह बात नहीं  करते थे। वह इस प्रस्ताव को बहुमत से पास कराने के लिए सभी पार्षदों के घर-घर पहुंचे और उनको प्रलोभन दिए। इस प्रस्ताव में इनका व इनके राजनीतिक संरक्षकों  के आर्थिक हित निहित थे। एक प्रस्ताव पास कराने के लिए मेयर को पार्षदों की बाड़े बंदी करनी पड़ी जिस मेयर को निर्वाचन के समय लगभग 51 वोट मिले थे, आज पूरे राजनीतिक दबाव और प्रलोभन की राजनीति के बाद सदन में मात्र 31 मत प्राप्त हुए हैं। यह निश्चित तौर पर उनकी सदन में हार है। नैतिकता के आधार पर उनको स्तीफा देना चाहिए।

संघर्ष समिति ने निर्णय किया कि सामाजिक संगठनों व पूर्व पार्षदों को साथ लेकर जन आंदोलन किया जाएगा। इसके लिए सभी पूर्व पार्षदों व सामाजिक संगठनों की चार अक्टूबर  को शाम 4:00 बजे खंडेलवाल धर्मशाला खिरनी घाटपर मीटिंग होगी। आज की मीटिंग में मीटिंग में दाऊ दयाल शर्मा, श्याम सुंदर गौड, मनोज सिंह,  रूपेंदर जघीना, गोविंद सिंह, राजू, दीपक मुद्गल, नरेश जाटव, अनिल शर्मा, सुंदर सिंह, नीरज सिंह, कपिल फौजदार, प्रेमपाल,  शैलेश पाराशर आदि मौजूद रहे।

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