दौसा की सफाई व्यवस्था चरमराई, चल रहा धरना और आक्रोश रैलियों का दौर, अब विधान सभा पर करेंगे प्रदर्शन

दौसा 

दौसा नगर परिषद क्षेत्र में पिछले करीब एक माह से ज्यादा समय से शहर की सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है। इससे लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है। वे पिछले चार दिन से दौसा नगर परिषद के बाहर धरना दे रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

आक्रोशित लोग दौसा में पुतला फूंक रहे हैं और रैलियां निकल रहे हैं। इसके बाद भी कोई समाधान नहीं निकला है। शनिवार को दौसा की रसोई संस्थान के बैनर तले नगर परिषद प्रशासन का पुतला फूंककर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान धरनार्थियों व सफाईकर्मियों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी  कि जिला प्रशासन के अधिकारी नहीं सुनते तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा और आंदोलन से सभी वार्डोंके लोगों को जोड़ा जाएगा।

दौसा की रसोई के संस्थापक मनोज राघव ने चेतावनी दी कि 3 दिन में शहर में सफाई शुरू नहीं की गई तो विधानसभा का घेराव किया जाएगा। उन्होंने सफ़ाई कर्मियों का बकाया भुगतान देने की मांग की।

इससे पहले शुक्रवार को आक्रोश रैली को सम्बोधित करते हुए वीरेन्द्र शर्मा ने कहा कि मांगें पूरी होने तक संघर्ष जारी रहेगा। रैली में बड़ी संख्या में सफाईकर्मी झाडू व हाथों में तख्ती लेकर शामिल हुए। मानगंज, सुंदरदास मार्ग, पंचायत समिति रोड सहित अन्य जगह नारे लगाते हुए धरनार्थी गुजरे। कोतवाली थाना प्रभारी ने पहुंचकर लोगों की मांगें सुनी। इधर, धरनास्थल पर दौसा की रसोई संस्था ने भट्टी लगाकर भोजन तैयार करना भी शुरू कर दिया। धरने में शामिल लोगों ने सड़क किनारे पंगत लगाकर भोजन किया।

ठेकेदारों ने सफाईकर्मियों को नहीं किया भुगतान, मामला दर्ज
इधर, नगर परिषद आयुक्त पूजा मीना ने कोतवाली थाने में सफाई ठेकेदारों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। इसमें बताया कि ठेकेदारों को 5 तारीख तक सफाईकर्मियों को भुगतान करना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। साथ ही पीएफ व ईएसआई का भुगतान भी नहीं किया। इसकी वजह से सफाईकर्मियों द्वारा हड़ताल की गई। जबकि परिषद द्वारा संवेदक को जून 2021 तक का भुगतान किया जा चुका है। ऐसे में मेसर्स प्रवीण कुमार डागर, मेसर्स रूद्रशक्ति एंटरप्राइजेज आदि के खिलाफ शर्तों की पालना नहीं करने व सरकारी राशि हड़पने का मामला दर्ज कराया गया।

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