सचिन पायलट को मिला संतों का आशीर्वाद, अब जब भी आएं CM के रूप में आएं

संभल 

उत्तर प्रदेश के संभल में हुए एक कार्यक्रम के दौरान राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को संतों का क्या आशीर्वाद मिला कि सियासी माहौल फिर गरमा गया है। संतों ने इस कार्यक्रम में सचिन पायलट को आशीर्वाद दिया कि अब जब भी उनके पास आएं तो सीएम के रूप में आएं।
खास बात ये है कि जिस समय सचिन पायलट को संत आशीर्वाद दे रहे थे उस समय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य  सदस्य दिग्विजय सिंह, कंप्यूटर बाबा और कल्कि पीठ के पीठाधीश्वर और कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम भी मौजूद थे।

 उत्तर प्रदेश के संभल में यह आयोजन बुधवार को हुआ। कल्कि पीठ की ओर से आयोजित कल्कि म​होत्सव के इस कार्यक्रम में  सचिन पायलट को भी आमंत्रित किया गया था। इसे महोत्सव के दौरान सचिन पायलट को दिग्विजय सिंह और कंप्यूटर बाबा सहित कई संतों की ओर से राजस्थान का मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद मिला।

समारोह में कल्कि पीठ के पीठाधीश्वर और कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा- सब संतों से चाहूंगा कि हाथ खड़े करके परमात्मा से प्रार्थना करके शुभाशीष दें कि वे जब अगली बार आएं तो राजस्थान के मुख्यमंत्री बनकर आएं। इस पर कार्यक्रम में मौजूद संतों और नेताओं ने हाथ खड़े करके समर्थन किया। आचार्य प्रमोद कृष्णम पहले भी सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की पैरवी कर चुके हैं। कार्यक्रम में मौजूद वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह भी  पायलट को पार्टी का भविष्य बता चुके हैं। सिंह राहुल गांधी के खास माने जाते हैं।

पायलट बोले- मेरे विरोधी मेरे दुश्मन नहीं हो सकते
कल्कि महोत्सव में सचिन पायलट ने कहा- जो सोच लोगों में टकराव, द्वेष पैदा करे, वह सभ्य समाज की देन नहीं हो सकती। आज देश दुनिया में बहुत से लोग मेरी सोच और मेरी विचारधारा से सहमत नहीं होंगे। वे मेरे विरोधी हो सकते हैं, लेकिन दुश्मन नहीं हो सकते हैं। लोगों में संवाद नहीं होगा, आपसी संपर्क नहीं होगा तो दुश्मनियां पैदा होंगी। पायलट ने कहा- इस देश में हमारे जैसे लोग कर्म के माध्यम से पूजा करते हैं। साधु संत भक्ति के माध्यम से, इसलिए कर्मयोगी होना बहुत जरूरी है। इस देश में अनक पंथ और धर्म हैं और अनेक झंडे हैं, लेकिन सबसे बड़ा झंडा तिरंगा है। इसके आगे सब शीश झुकाते हैं। तिरंगे से बड़ा कोई झंडा नहीं है।

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