NEET: 2021 का पेपर आउट, 35 लाख में हुआ था सौदा, आठ गिरफ्तार | देशभर के 16 लाख विद्यार्थियों के भविष्य पर संकट

जयपुर 

NEET: 2021 की परीक्षा देने वाले देशभर के 16 लाख विद्यार्थियों के भविष्य पर संकट खड़ा हो गया है नीट की रविवार को परीक्षा हुई थी दरअसल जयपुर में इस परीक्षा का आउट हो गया था इसका 35 लाख में सौदा हुआ था पुलिस ने सोमवार को इसका खुलासा करते हुए आठ लोगों को गिरफ्तार किया है

भांकरोटा के इंजीनियरिंग कॉलेज से हुआ था पेपर लीक
पुलिस के मुताबिक भांकरोटा स्थित राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (Rajasthan Institute of Engineering and Technology) में पेपर लीक हुआ था पुलिस ने इस मामले में कॉलेज प्रशासक मुकेश कुमार सामोता, राम सिंह, धनेश्वरी यादव, सुनील कुमार, नवरत्न स्वामी, अनिल कुमार, संदीप और पंकज को गिरफ्तार किया है पुलिस की कार्रवाई में खुलासा हुआ है कि कॉलेज के प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों ने पेपर लीक करवाई थी परीक्षार्थियों को नकल करवाने की एवज में 35 लाख रुपए वसूले गए थे सोमवार शाम को सीकर से सुनील रणवा और दिनेश बेनीवाल को भी जयपुर पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

पेपर खुलते ही 7 मिनट में सीकर पहुंचा
पुलिस केअनुसार पेपर खुलते ही सात मिनट में सीकर पहुंच गया और सीकर में बैठे विशेषज्ञों ने डेढ़ घंटे में प्रश्न पत्र में शामिल किए गए प्रश्नों के उत्तर हल कर विद्यार्थियों तक पहुंचा दिए। भांकरोटा के राजस्थान इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी सेंटर से पेपर की फोटो लेकर सीकर भेजने वाले मोबाइल, हल किए गए प्रश्नपत्र के उत्तर की हार्डकॉपी और दस लाख रुपए नकद जब्त किए गए हैं। कोर्ट ने 7 आरोपियों को 20 सितंबर तक पुलिस रिमांड पर सौंप दिया है। एक छात्रा को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।

इस तरह हुआ पेपर लीक
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों में से एक नवरत्न स्वामी बानसूर में डिफेंस एकेडमी के नाम से कोचिंग संस्थान चलाता है। इसने सबसे पहले ई मित्र संचालक अनिल यादव से संपर्क किया। जिसके जरिए छात्रा धनेश्वरी के परिजनों से संपर्क हुआ। जिसके जरिए दलाल सुनील कुमार यादव से 35 लाख रुपए में सौदा हुआ। परीक्षा केेद्र के भीतर वीक्षक रामसिंह ने कॉलेज प्रशासक मुकेश सामोता ने पेपर की मोबाइल के जरिए फोटो खींची। इसको सबसे पहले पंकज यादव को चित्रकूट भेजा गया। जहां से सीकर भेजा गया और वहां पर पेपर साल्व करने के बाद करीब चार बजे जयपुर वापस छात्रों तक पहुंचाया गया। पुलिस को फिलहाल एक छात्रा को ट्रेस कर पाई है। अन्य के संबंध में आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

पुलिस गिरफ्त में आरोपी

174 प्रश्न किए हल
पुलिस ने बताया कि कुल 180 प्रश्नों को हल किया जाना था। सीकर में विशेषज्ञों ने 174 सवाल हल कर जयपुर भेज दिए। कॉलेज में हल की गई आंसर की का प्रिंट निकाला और छात्रा को दिया गया। उसने कुल 172 प्रश्न इनमें से भरे।

इस तरह हुआ खुलासा
पहली टीम ने अतिरिक्त उपायुक्त रामसिंह के नेतृत्व में एक टीम ने पूरे अभियान को अंजाम दिया। दूसरी टीम ने सहायक पुलिस आयुक्त वैशाली नगर रामसिंह और थानाधिकारी भांकरोटा मुकेश चौधरी ने परीक्षा केंद्र पर जांच शुरू की। यहां पर 42 कमरों में हो रही परीक्षा में जांच करते हुए कमरा नंबर 35 में पहुंचे और वीक्षक रामसिंह, छात्रा धनेश्वरी से पूछताछ करते हुए मोबाइल जब्त किया।

इस टीम ने बाहर से दलाल सहित तीन लोगों को पकड़ा। तीसरीे टीम ने चित्रकूट थानाधिकारी पन्नालाल जांगिड ने स्वास्तिक अपार्टमेंट में प्रश्नपत्र हल करने के के बाद परीक्षा केंद्र तक आंसर की पहुंचाने वाली टीम पर निगरानी रखी।

टीम ने पंकज यादव, संदीप कुमार को हिरासत में लिया। चौथी टीम ने डीएसटी पश्चिम के प्रभारी नरेंद्र कुमार खींचड ने कावेरी पथ लमानसरोवार के बीच दलालों पर निगरानी रखी। टीम ने मानसरोवर से नवरत्न स्वामी, अनिल यादव का पीछा किया। परीक्षा केंद्र से बाहर गिरफ्तारी में सहयोग दिया।

क्या आपने ये खबरें भी पढ़ीं?