अमृत समान है छाछ, हर रोज पीजिए 

आयुर्वेद शास्त्र में छाछ की तुलना अमृत के साथ की है। शरीर के भीतर के घातक पदार्थ मूत्र के द्वारा बाहर निकालकर फेंकने की ताकत छाछ (तक्र) में है। शरीर की रोग प्रतिकारक क्षमताओं को