अटलजी जैसा न कोई था न कोई होगा। अटलजी को वास्तव में अगर जानना है तो उनकी कालजयी कविताओं को पढ़कर भी जाना जा सकता है। वे हिंदी कवि, पत्रकार व एक प्रखर वक्ता थे। अटलजी बहुत दूरदर्शी थे। समय-समय पर उनकी
अटलजी जैसा न कोई था न कोई होगा। अटलजी को वास्तव में अगर जानना है तो उनकी कालजयी कविताओं को पढ़कर भी जाना जा सकता है। वे हिंदी कवि, पत्रकार व एक प्रखर वक्ता थे। अटलजी बहुत दूरदर्शी थे। समय-समय पर उनकी