न्यौता मिलने के बाद भी सचिन पायलट के कार्यक्रम में नहीं पहुंचे गहलोत सरकार के दो मंत्री | सचिन अपने समर्थकों से बोले; अब कर लें अपने-पराए की परख

दौसा 

गहलोत सरकार के दो मंत्री ममता भूपेश और परसादी लाल मीणा न्यौता मिलने के बाद भी गुरूवार को पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के दौसा दौरे के दौरान उनके कार्यक्रमों में शामिल नहीं हुए। इस पर अप्रत्यक्ष रूप से सचिन पायलट ने कटाक्ष करते हुए अपने समर्थकों से कहा कि अब वे अपने-पराए की परख कर लें।

सचिन पायलट ने अपने इस दौरे में  जीरोता गांव के समीप कांग्रेस के स्थानीय वरिष्ठ कार्यकर्ता रहे स्वर्गीय किशनलाल बैरवा की मूर्ति का और खवारावजी गांव में शहीद घनश्याम गुर्जर की मूर्ति का अनावरण किया।  इन  दोनों ही कार्यक्रमों में जिले भर से कांग्रेस के अधिकांश जनप्रतिनिधि शामिल हुए, लेकिन गहलोत सरकार के दो मंत्री महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री ममता भूपेश व उद्योग मंत्री परसादीलाल मीणा इन कार्यक्रमों में नहीं पहुंचे। ये दोनों मंत्री गहलोत खेमे के माने जाते हैं।

हालांकि दोनों मंत्रियों को मूर्ति अनावरण कार्यक्रमों में बतौर अतिथि न्यौता दिया गया था। कार्ड में भी अतिथि के तौर पर इनकी फोटो भी लगी थी। इस पर सचिन पायलट ने कटाक्ष करते हुए अपने समर्थकों से कहा कि जोश के साथ होश भी रखिए, सच्चे-झूठे व अपने-पराए की परख के साथ आगे बढ़ो।

‘उम्मीद है  इस सरकार में  कार्यकर्ताओं को सम्मान मिलेगा’
सचिन पायलट ने इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर सीधा-सीधा कोई हमला तो नहीं किया, लेकिन उम्मीद जताई कि इस सरकार में कांग्रेस के उन कार्यकर्ताओं को मान-सम्मान मिलेगा जिन्होंने भाजपा सरकार में लाठियां खाईं, जेलों में गए, भूख हड़ताल की और राजस्थान की वर्तमान सरकार को बनाने में उनका अहम योगदान रहा। उन्होंने कहा सोनिया गांधी ने जो कमेटी बनाई थी उसने अपना काम पूरा कर लिया है और जल्दी ही वह सबके सामने भी होगा। पायलट ने कहा राजस्थान में परिपाटी रही है एक बार एक पार्टी की सरकार तो दूसरी बार दूसरी पार्टी की सरकार लेकिन 2023 के चुनावों में हम परिपाटी को बदलना चाहते हैं।

इस दौरान पायलट के साथ दौसा विधायक मुरारीलाल मीणा, जिला प्रमुख हीरालाल सैनी, पूर्व विधायक महेंद्र मीणा, पूर्व जिला प्रमुख गीता खटाना समेत कई पंचायत समितियों के प्रधान व सरपंच भी मौजूद रहे।

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