कल्पना कीजिए—किसी की मां का निधन हो जाए, और वह बेसुध होकर दफ़्तर से छुट्टी मांगें और सामने से जवाब आए: “हर किसी की मां मरती है, प्रैक्टिकल बनो… नाटक मत करो, जल्दी काम पर