ऐसी राष्ट्रीय वृत्ति हम सभी में आनी ही चाहिए…

आज हम कहानी बता रहे हैं ऐसे समाज की जो देश में है मुट्ठीभर, पर उसने बाकी समाज के लिए एक आदर्श प्रस्तुत किया है और हमने इस कहानी को लिखने का सहारा लिया है…