मेरठ
उत्तरप्रदेश, दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा में आतंक मचाने वाला UP का गैंगस्टर अनिल दुजाना (36) गुरुवार को मेरठ में एनकाउंटर में मार गिराया गया। वह नोएडा के बादलपुर थाना क्षेत्र के दुजाना गांव का रहने वाला था। 3 साल से अयोध्या जेल में बंद था। कुछ समय पहले ही जमानत पर छूटा था। इसके बाद से फरार चल रहा था। कुख्यात का असली नाम अनिल नागर था। अनिल दुजाना पश्चिम यूपी के अपराध जगत में छोटा शकील के नाम से प्रसिद्ध हो गया।
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यूपी एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश ने बताया कि दुजाना के खिलाफ कई संगीन मामलों में केस दर्ज थे। वह सुपारी किलर का काम करता था। उसने अलग-अलग मामलों में तमाम लोगों को धमकियां देना शुरू कर दिया था। रंगदारी, हत्या समेत उसपर कुल 62 मामले दर्ज थे। वह गिरोह बनाकर हत्या और लूट की वारदात करता था। आज इंटेलीजेंस से इनपुट्स मिलने के बाद जब पुलिस ने उसे चारों तरफ से घेर लिया तो वह पुलिस पर फायरिंग करते हुए फरार होने की कोशिश कर रहा था। इसी बीच पुलिस की गोली लगने से उसकी मौत हो गई।
दुजाना का आतंक पश्चिमी यूपी के अलावा दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा में भी था। उस पर बुलंदशहर पुलिस ने 25 हजार और नोएडा पुलिस ने 50 हजार का इनाम रखा था। इस तरह से उस पर कुल 75 हजार का इनाम था। उस पर साल 2002 में पहला मामला गाजियाबाद के कविनगर थाने में हत्या का दर्ज हुआ था। उस पर गाजियाबाद के हरबीर पहलवान की हत्या का आरोप था। 2011 में नोएडा के एक मामले में उसे 3 साल की सजा सुनाई गई थी।
जेल से बाहर आते ही धमकाया
दुजाना अप्रैल की 10 तारीख को ही तिहाड़ जेल से जमानत पर छूटा था।जेल से बाहर आते ही दुजाना ने जयचंद प्रधान हत्याकांड में उसकी पत्नी और गवाह संगीता को धमकी दी थी। इसके बाद पुलिस ने उसके खिलाफ पिछले सप्ताह 2 मुकदमे दर्ज किए थे। नोएडा पुलिस और यूपी STF अनिल दुजाना की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही थी। पिछले दिनों 7 टीमों ने 20 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की थी। लेकिन, दुजाना हाथ नहीं लगा। क्राइम ब्रांच का दावा है कि दुजाना मंडावली के एक बिजनेसमैन की हत्या के इरादे से घूम रहा था। वहीं, पुराने केस में पेश नहीं होने से दुजाना के खिलाफ कोर्ट ने गैर जमानती वारंट भी जारी किया था।
पश्चिमी यूपी का छोटा शकील कहलाता था अनिल दुजाना
अनिल दुजाना पश्चिमी यूपी के गैंगस्टर नरेश भाटी का करीबी और शूटर था। अदावत की लड़ाई के चलते कुख्यात गैंगस्टर सुंदर भाटी ने नरेश भाटी की हत्या करा दी थी। इसके बाद नरेश भाटी गैंग की कमान अनिल दुजाना संभालने लगा था। वह हत्या, फिरौती, डकैती, जमीन कब्जा और सुपारी लेकर हत्या करने का काम करने लगा। उसने सुंदर भाटी से बदला लेने के लिए AK 47 से हमला भी किया था, हालांकि तब सुंदर भाटी बच गया था। इसके बाद से ही अनिल दुजाना पश्चिम यूपी के अपराध जगत में छोटा शकील के नाम से प्रसिद्ध हो गया।
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