REET-2021: थानागाजी SDM के खिलाफ पूरे राजस्थान में कॉलेज शिक्षकों का जबरदस्त प्रदर्शन, मुख्यमंत्री से की सख्त एक्शन लेने की मांग

नई हवा ब्यूरो | जयपुर 

REET परीक्षा के दौरान थानागाजी SDM डा. नवनीत कुमार द्वारा की गई अभद्रता के मामले को लेकर राजस्थानभर में मंगलवार को कॉलेज शिक्षकों ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री का नाम प्रशासन के अधिकारियों को ज्ञापन दिए। राजस्थान विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) के बैनर तले इसकी विभिन्न इकाइयों की ओर से दिए गए ज्ञापन में थानागाजी SDM डा. नवनीत कुमार के व्यवहार पर कड़ा गुस्सा जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री से थानागाजी SDM के खिलाफ कड़ा एक्शन लेने की मांग की गई।

आपको बता दें कि राजकीय महाविद्यालय, थानागाजी में रीट परीक्षा 2021 के दौरान उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार एवं पुलिस कर्मियों द्वारा राजकार्य में बाधा पहुंचाने एवं अतिरिक्त केन्द्राधीक्षक डॉ. कन्हैया लाल मीना के साथ धक्का-मुक्की एवं परीक्षा ड्यूटी कर रहे शिक्षकों के साथ दुर्व्यवहार किया गया था। इसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें थानागाजी SDM कॉलेज शिक्षकों से अभद्रता और धक्का-मुक्की करते हुए साफ नजर आ रहे हैं। इस घटनाक्रम के बाद पूरे प्रदेशभर में कॉलेज शिक्षकों में जबरदस्त आक्रोश फ़ैल गया है।

काली पट्टी बांध कर किया प्रदर्शन
अपने इसी आक्रोश के प्रकटीकरण करने के लिए पूरे राजस्थान में राजस्थान विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) के बैनर तले कॉलेज शिक्षकों ने सोमवार को बड़ी संख्या में जगह-जगह  काली पट्टी बांध कर विरोध प्रदर्शन किया और सर्कार के नाम प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन दिए। इनमें  इसके दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी  कार्यवाही करने की मांग की गई है।

SDM चाहते थे अवांछित परीक्षार्थियों प्रवेश दिलाना
संगठन के प्रदेश महामन्त्री डॉ. सुशील कुमार बिस्सू ने बताया कि रीट, 2021 परीक्षा के दौरान तय समय से बिलम्ब से आने वाले कतिपय परीक्षार्थियों को प्रवेश कराने के लिए उपखण्ड अधिकारी, थानागाजी डॉ. नवनीत कुमार, तहसीलदार अक्षय प्रेम चेयरवाल  एवं पुलिसकर्मी  राजेन्द्र प्रसाद द्वारा राजकीय महाविद्यालय, थानागाजी परीक्षा केन्द्र के अतिरिक्त केन्द्राधीक्षक डॉ. कन्हैया लाल मीना के साथ अभद्रता एवं हाथापाई करते हुए राजकार्य में बाधा पैदा की गई।

कर्तव्यनिष्ठ स्टॉफ को हतोत्साहित करने का किया अपराध
डॉ. सुशील कुमार बिस्सू ने बताया कि इन प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा राज्य सरकार द्वारा तय किए गए नियमों की अवहेलना की गई और अनावश्यक दबाव बनाकर अतिरिक्त केन्द्राधीक्षक को अपमानित कर उनके साथ हाथापाई कर केन्द्र पर भय का वातावरण बनाया गया। उन्होंने कहा कि इन अधिकारियों ने कर्तव्यस्थ स्टाफ को हतोत्साहित करने और मोबाइल से वीडियो रिकार्डिंग करा कर उसे वायरल कराने एवं  राज्य सरकार के नियम और निर्देशों की खुली अवमानना का अपराध किया है।

डॉ. बिस्सू ने कहा कि रुक्टा (राष्ट्रीय) से जुड़े प्रदेशभर के समस्त शिक्षक प्रशासनिक अधिकारियों के इस अमर्यादित, अवैधानिक और अपराधिक व्यवहार से क्षुब्ध एवं गहरे आक्रोश में है। इसलिए आज पूरे प्रदेश में प्रत्येक महाविद्यालय की रूक्टा राष्ट्रीय से जुड़े इकाई के शिक्षकों द्वारा काली पट्टी बांध कर इस घटना का विरोध जताया गया तथा दोषियों पर कड़ी वैधानिक कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री को स्थानीय प्रशासन के माध्यम से ज्ञापन भेजा गया। उन्होंने बताया कि विभिन्न महाविद्यालयों में हुए आज के विरोध प्रदर्शन में राज्य भर के लगभग 4000 शिक्षकों ने भाग लिया।

डॉ. बिस्सू ने कहा कि प्रदेश की सबसे बड़ी, बहुचर्चित प्रतिष्ठापूर्ण परीक्षा को दुष्प्रभावित करने के लिए ज़िम्मेदार अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर अभी तक कोई वैधानिक कार्रवाई नहीं करना दुर्भाग्य पूर्ण है।

संगठन अध्यक्ष डॉ. दीपक कुमार शर्मा ने बताया कि आन्दोलन के प्रारम्भिक चरण में आज प्रत्येक महाविद्यालय इकाई में काली पट्टी बाँधकर विरोध प्रदर्शन, जिला कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन, ईमेल के माध्यम से प्रत्येक इकाई द्वारा रीट समन्वयक, शिक्षा मंत्री, उच्च शिक्षा मंत्री और मुख्य सचिव को ज्ञापन तथा स्थानीय जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन देने का निर्णय किया गया था।

संगठन ने मुख्यमंत्री से यह मांग की है कि परीक्षा में अवैधानिक, अमर्यादित और अनुचित कार्य के लिए पद के अहंकार में डूबे इन अधिकारियों पर अविलम्ब कठोर कार्रवाई करें। अन्यथा सम्पूर्ण प्रदेश के आक्रोशित शिक्षक अगले चरण में आंदोलनात्मक क़दम उठाने को विवश होंगे।

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